जानें कब मनाई जाएगी गुरु पूर्णिमा

गुरु पूर्णिमा, ज्ञान और गुरुओं के प्रति कृतज्ञता का पावन पर्व है। ये त्योहार हर साल आषाढ़ मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। गुरु पूर्णिमा, जिसे व्यास पूर्णिमा और वेद पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है, हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण त्योहार होता है। इस वर्ष गुरु पूर्णिमा 21 जुलाई 2024 को मनाई जाएगी।
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गुरु पूर्णिमा के दिन, लोग अपने गुरुओं के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करके उनका आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। इसके अलावा, इस दिन कुछ खास उपाय करने से सुख-समृद्धि की प्राप्ती होती है। गुरु पूर्णिमा भारत में अपने आध्यात्मिक गुरु के साथ-साथ अकादमिक गुरुओं के सम्मान में उनके प्रति सम्मान प्रकट करने के लिए मनाया जाने वाला पर्व है। आइए इस लेख में गुरु पूर्णिमा से संबंधित कुछ उपाय के बारे में जानते हैं, जिसका पालन हर उस इंसान को करना चाहिए, जिसके जीवन में कोई न कोई गुरु है।
गुरु पूर्णिमा 2024 तिथि
वैदिक पंचांग के अनुसार, आषाढ़ शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि 20 जुलाई शाम 05:55 से शुरू हो रही है और इस तिथि का समापन 21 जुलाई दोपहर 03:45 पर होगा. ऐसे में गुरु पूर्णिमा पर्व 21 जुलाई 2024, रविवार के दिन मनाया जाएगा. इस विशेष दिन पर सर्वार्थ सिद्धि योग का निर्माण हो रहा है जो सुबह 05:35 से शुरू हो रहा है.
गुरु पूर्णिमा के दिन जरूर करें ये कार्य
गुरु पूर्णिमा पर्व गुरु पूजन के लिए समर्पित है. इसलिए इस दिन उनके प्रति सम्मान जरूर व्यक्त करना चाहिए और उनका आशीर्वाद प्राप्त करना चाहिए. ऐसा करने से शिक्षा के क्षेत्र में लाभ मिलता है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है.
माता-पिता के चरण स्पर्श
सनातन धर्म में सर्वप्रथम गुरु माता-पिता हैं. इसलिए गुरु पूर्णिमा के दिन माता-पिता के चरण स्पर्श करके आशीर्वाद लेना चाहिए और उनकी प्रदक्षिणा करनी चाहिए. ऐसा करने से देवी-देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त होता है और भविष्य में सफलताओं के मार्ग खुलते हैं.
सर्वप्रथम लें गुरुओं का आशीर्वाद
गुरु पूर्णिमा पर सबसे पहले आपको अपने आराध्य, अपने गुरु का आशीर्वाद लेना चाहिए. घर में वेदव्यास जी का ध्यान लगाकर उनकी आराधना करनी चाहिए.
गुरु यंत्र की स्थापना करें
गुरु दोष से छुटकारा पाने के लिए आप गुरु पूर्णिमा के दिन गुरु यंत्र की स्थापना कर सकते हैं, ऐसा करने से आपके रुके हुए काम संपन्न होने लगेंगे.
गौ सेवा करें
गुरु पूर्णिमा के दिन गौ सेवा करने का भी विशेष महत्व होता है. कहते हैं ऐसा करने से शिक्षा के क्षेत्र में सफलता मिलती है. आप गाय को गुड़ और आटे की रोटी बनाकर खिला सकते हैं.
इस मंत्र का करें जाप
गुरु पूर्णिमा के दिन ॐ बृं बृहस्पतये नमः मंत्र का 108 बार जाप करने से कुंडली में गुरु की स्थिति मजबूत होती है और जीवन में सुख शांति और समृद्धि का वास होता है.
भगवान विष्णु की आराधना करें
गुरु पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु की आराधना करने का विशेष महत्व होता है, आप भगवान विष्णु को अपना गुरु मानकर विष्णु मंत्र का जाप करें. इससे गुरु दोष के प्रभाव को कम किया जा सकता है.
इन चीजों का करें दान
गुरु पूर्णिमा पर दान का विशेष महत्व होता है, ऐसे में आप किसी जरूरतमंद इंसान को पीले रंग के वस्त्र, दाल आदि चीजों का दान कर सकते हैं. इसके अलावा जरूरतमंद को विद्या की सामग्री दान करना भी बहुत फलदायी माना जाता है.
पीले रंग का वस्त्र
गुरु पूर्णिमा के दिन पूजा करते समय पीले रंग का वस्त्र धारण करें। पीला रंग गुरु ग्रह का रंग है और इसे ज्ञान, शिक्षा और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। साथ ही शुभ मूहुर्त में ही पूजा करें।
गुरु को भेंट जरूर दें
गुरु पूर्णिमा के दिन दान-पुण्य करना बहुत ही शुभ माना जाता है। गरीबों और जरूरतमंदों को भोजन, वस्त्र या दान-दक्षिणा दें। आप चाहें तो विद्यालयों या गौशालाओं में दान कर सकते हैं। अगर गुरु पूर्णिमा के दिन आपकी मुलाकात गुरु से हो तो उन्हें भेंट जरूर दें।