शिप्रा में पानी का लेवल कम होने से फिसल रहे श्रद्धालु

पीएचई की कान्ह का दूषित पानी बहाकर नर्मदा का पानी स्टोर करने की योजना
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अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन:शिप्रा नदी में बारिश सीजन से स्टोर कान्ह का दूषित पानी पीएचई द्वारा स्टापडेम खोलकर बहाया जा रहा है। विभाग की योजना मकर संक्रांति के पूर्व नदी में नर्मदा का पानी स्टोर करना है। वहीं दूसरी ओर रामघाट पर शिप्रा नदी में पानी का लेवल लगातार कम होने से यहां स्नान के लिये पहुंचने वाले श्रद्धालु काई से फिसल रहे हैं। रामघाट पर सोमवार तक पानी का लेवल 3 फीट तक कम हो चुका था।

घाट की सीढिय़ों पर काई जमी होने से यहां पहुंचने वाले श्रद्धालु फिसल रहे थे। पीएचई विभाग द्वारा बड़े पुल के पास स्थित स्टापडेम के गेट खोलकर नदी में पूर्व से स्टोर कान्ह का दूषित पानी आगे बहाया जा रहा है। अफसरों का कहना है कि बारिश के पूर्व त्रिवेणी स्थित मिट्टी का स्टापडेम टूटने के कारण कान्ह का दूषित पानी लगातार शिप्रा नदी में मिल रहा है इस कारण नदी में स्टोर पानी स्नान, पूजन और आचमन के लायक नहीं है। अब दूषित पानी को बहाकर मकर संक्रांति के पूर्व नर्मदा का पानी स्टोर करेंगे।
नगर निगम के सफाईकर्मी हटाते थे काई
नदी में पानी का लेवल कम होने पर सीढिय़ों की काई को हटाने का कार्य नगर निगम के सफाईकर्मियों द्वारा किया जाता था। भूखी माता से श्मशान घाट तक नदी के दोनों ओर नगर निगम के 40 से अधिक सफाईकर्मी ऑन रिकार्ड काम करते हैं, लेकिन वर्तमान में नदी में पानी का लेवल कम होने और सीढिय़ों पर काई जमी होने के बावजूद सफाईकर्मियों द्वारा काई को हटाने का काम नहीं किया जा रहा है।








