आखिर कौन खुले बाजार में बेच रहा है सार्वजनिक वितरण प्रणाली का अनाज

आखिर कौन खुले बाजार में बेच रहा है सार्वजनिक वितरण प्रणाली का अनाज
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कल खाद्य आपूर्ति विभाग ने चावल से भरा ट्रक पकड़ा था
उज्जैन।रविवार को खाद्य आपूर्ति विभाग ने चावल की हेराफेरी करते हुए एक ट्रक जब्त किया था। इसमें लाखों रुपए का चावल भरा था जिसे बेचने के लिए ले जाया जा रहा था। दबी जुबान से अधिकारी स्वीकार कर रहे हैं कि कंट्रोल दुकान से ही लाकर बाजार में बेचा जा रहा है यह गोरखधंधा बड़े पैमाने पर चल रहा है। क्योंकि पूर्व में भी चावल से भरा ट्रक जिले में पकड़ा जा चुका है।
सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) के चावल-गेहूं की हेराफेरी जिलेभर में चल रही हैं। ट्रक खाद्य सामग्री को भरकर इधर-उधर ले जा रहे हैं। रविवार को सूचना मिलने पर पुलिस और खाद्य विभाग की संयुक्त टीम ने दबिश देकर आयशर गाड़ी में बोरियों में ले जा रहे पौने दो लाख रुपए कीमत के चावल को जब्त किया था।
ग्राम उज्जैनिया से आयशर क्रमांक एमपी 13 जीए 6866 की चैकिंग की तो उसमें प्लास्टिक की बोरियों में 86 क्विंटल 76 किलो चावल भरा हुआ था। आयशर के चालक ने पूछताछ में बताया कि वह आटा चक्कियों से ये चावल खरीदकर लेकर आया है। उसने यह नहीं बताया कि चावल कहां ले जा रहा था। चावल को जब्त कर वेयर हाउस में रखवाया गया और जब्त गाड़ी को घट्टिया पुलिस थाने की सुपुर्दगी में दी है।
व्यापारी घरों और दुकानों से इकट्ठा कर रहे… इधर चर्चा में जिला खाद्य आपूर्ति नियंत्रक एमएल मारू ने बताया कि रविवार को चावल से भरा ट्रक जब्त किया है। इससे पहले भी इसी तरह का मामला सामने आया था। उपभोक्ता भंडारों एक-दो रुपये किलो में चावल मिल रहा है। इस लिए चावल की हेराफेरी अधिक हो रही है। यह चावल आटा चक्की और किराना दुकानों पर पहुंच रहा है। यहां से बड़े व्यापारी खरीदकर ले जा रहे हैं।
इस दाम में मिलता है अनाज
शहर और जिले में उपभोक्ता भंडारों पर सार्वजनिक वितरण प्रणाली का अनाज उपभोक्ता को दिया जाता है। इन उपभोक्ता भंडारों पर गेहूं का दाम २ रुपये किलो, चावल १ रुपये और नमक १ रुपये किलो मिल रहा हैं। जबकि बाजार में इनका दाम कई गुना अधिक है। ऐसे में उपभोक्ता भंडारों का अनाज बाजार में आ रहा है।









