उज्जैन:सांसद ने एनएचएआई अफसरों से कहा-जंगल में मोर नाचा किसने देखा…!

मामला उज्जैन-झालावाड़ा टू-लेन के वर्चुअल भूमि पूजन का…
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!
उज्जैन। उज्जैन-झालावाड़ा टू-लेन भूमि पूजन का इंदौर में वर्चुअल प्रस्तावित करने पर आपत्ति लेते हुए सांसद अनिल फिरोजिया ने नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) के अफसरों से कहा कि उज्जैन के प्रोजेक्ट का इंदौर में करने का कोई मतलब नहीं हैं।
यह तो जंगल में मोर नाचा किसने देखा…जैसी बात है। इसके बाद केंद्रीय राजमार्ग परिवहन मंत्री के निर्देश पर इंदौर में प्रस्तावित उज्जैन-झालावाड़ा टू-लेन भूमि पूजन का कार्यक्रम टाल दिया गया। केंद्रीय राजमार्ग परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के इंदौर में होने वाले शेष कार्यक्रम फिलहाल यथावत हैं।
केंद्रीय राजमार्ग परिवहन मंत्री नितिन गडकरी 16 और 17 सितंबर को इंदौर में हैं। वे विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होंगे। बताया जाता हैं कि एनएचएआई के अधिकारियों ने गडकरी के इंदौर में प्रारंभिक तौर पर प्रस्तावित कार्यक्रम में उज्जैन का एक कार्यक्रम रख लिया था। एनएचएआई के अधिकारियों की मंशा थी कि उज्जैन-झालावाड़ा टू-लेन का भूमि पूजन इंदौर में ही करा लिया जाए।
केंद्रीय राजमार्ग की उज्जैन क्षेत्र की योजनाओं और उज्जैन फतेहाबाद ब्राडगेज का शीघ्र उद्घाटन कराने के सिलसिले में सांसद अनिल फिरोजिया दिल्ली में हैं। उनका यह भी प्रयास था कि केंद्रीय मंत्री उज्जैन के लिए कुछ समय देकर उज्जैन-झालावाड़ा टू-लेन का भूमि पूजन करें। केंद्रीय राजमार्ग परिवहन मंत्रालय में जब उन्हें जानकारी मिली कि केंद्रीय राजमार्ग परिवहन मंत्री गडकरी के इंदौर में होने वाले कार्यक्रम में उज्जैन-झालावाड़ा टू-लेन भूमि पूजन का हो सकता हैं। इस पर सांसद फिरोजिया आपत्ति जाहिर करते हुए साफ शब्दों में कहा कि मेरे संसदीय क्षेत्र का
कार्यक्रम कैसे होगा। मैं इसके लिए तैयार नहीं हूं। फिरोजिया ने इसे लेकर परिवहन मंत्री गडकरी से भी चर्चा की। बताते हैं कि सांसद की आपत्ति के बाद मंत्री के निर्देश पर एनएचएआई अधिकारियों ने मंत्री गडकरी के हाथों इंदौर में होने वाला उज्जैन-झालावाड़ा टू-लेन भूमि पूजन टाल दिया गया हैं।
हां मैं इंदौर में कार्यक्रम के लिए तैयार नहीं था…सांसद अनिल फिरोजिया ने कहा कि उज्जैन की सौगात का भूमि पूजन इंदौर क्यों हो। हां मैं इंदौर में कार्यक्रम के लिए तैयार नहीं था। गडकरी जी से मेरी बात हुई हैं। वे जल्द बाबा महाकाल के दर्शन के लिए आएंगे। साथ ही उज्जैन-झालावाड़ा टू-लेन के भूमि पूजन और अन्य कार्यक्रम में शामिल होने की स्वीकृति प्रदान की हैं।