उज्जैन-देवास-इंदौर रेल खंड का दोहरीकरण कार्य पूर्ण

पहले गुजरेगी मालगाड़ी, यात्री ट्रेन का सफर बाद में

अक्षरविश्व न्यूज . उज्जैन:उज्जैन-देवास-इंदौर रेल खंड पर बरलई से मांगलिया होते लक्ष्मीबाई नगर तक रेल लाइन का दोहरीकरण पूर्ण हो गया है। रेलवे संरक्षा आयुक्त (सीआरएस) के बाद अब इय ट्रेक से पहले मालगाड़ी गुजरेगी। यात्री ट्रेन का सफर बाद में प्रारंभ होगा। दोनों लाइन का यात्री गाडियों के लिए उपयोग होने से ट्रेनों का संचालन आसान होगा। सफर में 30 मिनट के समय की बचत होगी।

बरलई से लक्ष्मीबाई नगर के बीच में नए रेलवे ट्रैक का काम पूरा हो गया है। अब इस पर ट्रेनों का संचालन शुरू होगा। शुरुआत में नए ट्रैक से मालगाड़ी को गुजारा जाएगा। इसके बाद यात्री ट्रेनों का संचालन शुरू किया जाएगा। आरंभ में यात्री ट्रेनों की स्पीड कम रखी जाएगी। स्पीड बाद में 120 किमी प्रति घंटा तक बढ़ा भी सकेंगे। अभी इस रूट पर 60 से 80 किमी प्रति घंटा की स्पीड से ट्रेन चलती है।

बरलई-मांगलिया-लक्ष्मीबाई नगर रेल खंड में दोहरीकरण कार्य का रेलवे संरक्षा आयुक्त (सीआरएस) पश्चिम परिमंडल आरके शर्मा ने ट्राली में निरीक्षण किया। इस दौरान पटरियों के जोड़, सिंगलिंग, इलेक्ट्रिशियन सहित प्रत्येक कार्य की रिपोर्ट तैयार की गई। सीआरएस स्पेशल ट्रेन ने लक्ष्मीबाई नगर रेलवे स्टेशन से बरलई के बीच 27 किमी की दूरी करीब 13 मिनट में पूरी की। अब सीआरएस की रिपोर्ट के बाद इस ट्रैक पर ट्रेनों का संचालन शुरू होगा।

70 ट्रेनों का संचालन होगा आसान

उज्जैन-देवास-इंदौर रेल खंड का दोहरीकरण कार्य पूरा होने से उज्जैन से देवास होकर इंदौर आने जाने वाली 70 ट्रेनों का समय बचेगा। अब करीब आधा घंटा पहले ट्रेनें पहुंचेंगी। पहले सिंगल लाइन होने के कारण कई ट्रेनों को रोककर दूसरी ट्रेनों को रास्ता देना पड़ता था। अब बिना रुके ट्रेन गुजर सकेगी। ट्रेनों का संचालन भी
बढ़ा सकेंगे।

तीन चरण में पूरा हुआ काम

उज्जैन-देवास-इंदौर रेल खंड के दोहरीकरण का कार्य तीन चरणों में पूरा हुआ। पहले चरण में उज्जैन से कडछा तक 10 किलोमीटर में दोहरीकरण कार्य किया गया। इसके बाद कडछा से बरलई तक 32 किलोमीटर में दोहरीकरण का कार्य इसी वर्ष फरवरी में पूरा हुआ। फरवरी से दिसंबर के बीच में बरलई से लक्ष्मीबाई नगर स्टेशन के बीच 27 किलोमीटर में दोहरीकरण का काम पूरा किया गया।

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