उज्जैन। जिला अस्पताल में 23 साल तक चिकित्सा सेवा देने वाले कंपाउंडर अब्दुल वाहिद कुरैशी की कोरोना काल मेंं सितंबर 2020 में महामारी के दौरान सेवा देते हुए निधन हो गया था। करीब 9 माह हो जाने के बाद भी परिवार को अनुकंपा नियुक्ति का लाभ नहीं मिला है, कुरैशी के बच्चे इधर-उधर अपने अधिकार के लिए भटक रहे हैं। बहुउद्देश्यीय कर्मचारी संघ के संभागीय कार्यकारी अध्यक्ष एमआर मंसूरी एवं संभागीय संगठन मंत्री ओमप्रकाश यादव ने मांग की है कि कुरैशी के बच्चों को अनुकंपा नियुक्ति का लाभ देकर मदद करें। कंपाउंडर कुरैशी की ऑन ड्यूटी पर तबीयत खराब हुई थी जिसके बाद उन्हें माधवनगर अस्पताल में भर्ती कराया गया वहां भी आराम नहीं पडऩे पर अमलतास अस्पताल रैफर किया गया, लेकिन तबीयत बिगडऩे पर उनकी मौत हो गई थी। 9 महीने बाद भी परिवार के किसी सदस्य को अनुकंपा नियुक्ति नहीं मिल पाई है , जबकि अन्य विभागों में महामारी के दौरान दिवंगत हुए अधिकारी, कर्मचारियों के परिवार के सदस्यों को इसका लाभ मिल गया है, इसलिए शासन से अनुरोध है कि कृपया कुरैशी के परिजनों की मदद करें अनुकंपा नियुक्ति का लाभ जल्द से जल्द प्रदान करें।
कुरैशी की मौत के बाद परिवार के सदस्य को नहीं मिली अनुकंपा नियुक्ति

जरूर पढ़ें