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दीपावली अवकाश में महाकाल लोक देखने हजारों लोग पहुंच रहे

दो घंटे जाम में फंसे रहे वाहन, रास्ता बदलना पड़ा, गुजरात राजस्थान सहित अन्य राज्यों से भी श्रद्धालु आ रहे उज्जैन

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टै्रफिक का नया प्लान बनाना होगा

पुलिस ने रास्ता बदला लेकिन कोई असर नहीं

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उज्जैन।लोकार्पण के बाद से ही श्री महाकाल लोक देखनेवालों की संख्या लगातार बढ़ रही हैं। अवकाश के दिनों में तो संख्या हजारों में पहुंच रही हैं। दीपावली और सूर्यग्रहण के बाद बुधवार को भीड़ इतनी अधिक बढ़ी कि हरिफाटक ब्रिज पर जाम लग गया।

दो घंंटे तक वाहन जाम में फंसे रहे। पुलिस ने रास्ता भी बदला लेकिन इसका कोई खास असर नहीं हुआ। आने वाले समय में टे्रफिक के लिए नया प्लान तैयार करना होगा। बुधवार सुबह ही महाकाल लोक और मंदिर में भीड़ बढऩे लगी थी। गुजरात राजस्थान सहित अन्य राज्यों से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु उज्जैन आ रहे हैं। वहीं दोपहर बाद इंदौर, नागदा सहित आसपास शहरों से भी निजी वाहनों से लोग महाकाल लोक देखने लिए आने लगे।

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अवकाश होने के कारण शाम तक बाहर के साथ ही स्थानीय लोग भी महाकाल लोक पहुंचने लगे थे। हरिफाटक ब्रिज पर शाम 5  बजे बाद से ही वाहन जाम में फंसने लगे थे। स्थिति यह हुई कि दो घंटे तक वाहन जाम में फंसे रहे। टै्रफिक पुलिस ने जयसिंपुरा और नृसिंहघाट के रास्ते से वाहन चालकों रवाना किया। इसके बाद भी भीड़ कम नहीं हो रही थी। रात 10:30 बजे हजारों लोग मौजूद थे।

पुलिस ने यहां पर वाहन पार्क करवाए

महाकाल लोक देखने वालों की संख्या इतनी अधिक थी कि यहां बनाई पार्किंग दोपहर में ही फुल हो गई थी। वाहनों की बढ़ती संख्या को देखते हुए पुलिस ने वाहनों को हरिफाटक ब्रिज के नीचे, नृङ्क्षसहघाट और चारधाम के सामने पार्क करवाना शुरू किया। लेकिन इसके बाद भी हजारों लोग जाम में फंसे रहे।

ऐसी हो व्यवस्था वाहन सीधे पार्किंग स्थल पहुंचे

हरिफाटक ब्रिज से महाकाल लोक आने वाले वाहन सीधे पार्किंग स्थल पहुंचे, ऐसी व्यवस्था होना चाहिए थी। लेकिन ऐसा प्लान ही नहीं बनाया गया। हरिफाटक ब्रिज से उतार से वाहन महाकाल लोक की पार्किंग स्थल की ओर जाते हैं। वहीं जयसिंहपुरा की ओर से भी वाहन ब्रिज की ओर ऊपर की ओर आते हैं।

ऐसे में इस जगह पर वाहनों की भीड़ लगना शुरू हो जाती है। यदि संख्या कम हो तब भी यह समस्या बनी रहती है। इसके लिए पुलिस और प्रशासन को मिलकर नया प्लान बनाना होगा। क्योंकि त्योहार और अवकाश के दिनों में यह संख्या निरंतर बढ़ेगी।

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