लोकार्पण के बाद हो रहे बचे काम जल्द खुलेंगे द्वार
अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन:महाकाल मंदिर में 25 करोड़ रुपयों से बना अन्नक्षेत्र अभी आम भक्तों के लिए शुरू नहीं हो सका है। दानदाता द्वारा भवन निर्माण के बाद मंदिर प्रबंध समिति को हैंडओवर कर दिया गया है, लेकिन लोकार्पण के बाद भी कई काम बाकी रह गए हैं। इस कारण आम श्रद्धालु अभी नए अन्नक्षेत्र में भोजन प्रसादी ग्रहण नहीं कर पा रहे। इसके लिए कुछ दिन और इंतजार करना पड़ रहा।
महाकाल मंदिर दर्शन करने आने वाले भक्तों के लिए बना नया अन्नक्षेत्र देश के बारह ज्योतिर्लिंग मंदिरों में सबसे अनूठा है, लेकिन अभी इसमें दर्शनार्थियों को भोजन।प्रसादी ग्रहण कराना शुरू नहीं किया जा सका है। हालांकि 5 अक्टूबर को सीएम शिवराजसिंह चौहान इसका लोकार्पण कर चुके हैं, लेकिन अधूरे कामों को अब युद्धस्तर पर पूरा किया जा रहा है। ये काम पूरे होने में कुछ दिन और लगेंगे। त्रिवेणी संग्रहालय के पास महाकाल मंदिर में प्रवेश के लिए बने नंदी द्वार के पास 51 हजार वर्गफीट क्षेत्रफल पर इसे बनाया गया है। हाईटेक अन्नक्षेत्र को देखने और इसमें भोजन प्रसादी ग्रहण करने के लिए कई श्रद्धालु भोजन करने अन्नक्षेत्र पहुंच भी रहे, लेकिन निराश होकर लौटना पड़ रहा।
नवरात्रि से मिलेगा गरमागरम भोजन प्रसाद..!
यहां भोजन बनाने से लेकर धोने तक मशीनों से काम होगा। कर्मचारियों के हाथ प्रसादी पर नहीं लगेंगे। खास मशीनों के कारण हर समय गरमागरम भोजन मिलेगा। सब्जी बनाने के लिए 600 लीटर क्षमता की मशीनें लगाई गई हैं और रोटी बनाने के लिए चार मशीनें हैं।
हर मंजिल पर डायनिंग हॉल की सुविधा है। किचन में कोल्ड स्टोरेज की भी सुविधा है। किचन में 100 फीट लंबी लिफ्ट भी है, जिसमें बड़े बड़े बर्तनों से तैयार भोजन ऊपर की मंजिल पर आसानी से लाया जा सकेगा। भोजन पहली और दूसरी मंजिल पर लाने, ले जाने के लिए 100 फीट की लिफ्ट भी इसमें लगाई गई है।
खाना गर्म रखने की ऑटोमेटिक मशीनें भी लाई गई हैं, लेकिन यह गरमागरम भोजन पाने के लिए भक्तों को अभी इंतजार करना पड़ रहा। संभावना जताई जा रही है कि 15 अक्टूबर के बाद नवरात्रि में इसे आम दर्शनार्थियों के लिए खोला जा सकता है।