सर्वपितृ अमावस्या : तर्पण के लिए मां शिप्रा नदी के घाटों पर उमड़े आस्थावान

कई जगह वाहनों का लगा जमावड़ा, बावन कुंड पर भी स्नान करने वालों की भीड़

Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!

उज्जैन।आज श्राद्धपक्ष की सर्वपितृ अमावस्या पर मोक्षदायिनी शिप्रा के घाटों पर आस्था का मेला लगा हुआ है। सुबह से ही श्राद्धकर्म-तर्पण, पिंडदान के लिए देशभर से श्रद्धालु रामघाट, सिद्धवट और गयाकोठा आए हुए हैं। पंडितों द्वारा सामूहिक रूप से पूजन करवाया जा रहा है। वहीं बावनकुंड पर भीड़ हैं। भीड़ के कारण कई जगह पर जाम लगा हुआ है।

सोलह दिवसीय श्राद्धपक्ष का आज समापन हो रहा है। सर्वपितृ अमावस्या पर पर पूजन का विशेष विधान है। श्राद्धपक्ष में जो लोग अपने पितरों के निमित्त श्राद्ध, तर्पण, पिंडदान नहीं कर पाए हैं वे सर्वपितृ अमावस्या पर दिव्य योगों की साक्षी में इसका लाभ ले सकते हैं।

रविवार सुबह से शिप्रा के सिद्धवट, रामघाट, गयाकोठा तीर्थ पर देशभर से श्रद्धालु पितृकर्म के लिए पहुंंचे। शिप्रा स्नान के बाद तर्पण-पिंडदान किए जा रहे हैं। तीनों ही तीर्थ स्थानों पर भीड़ हैं। पितरों की प्रसन्नता के लिए धूप, ध्यान, गायों को चारा, श्वान को रोटी, भिक्षुकों को भोजन कराया जा रहा है। घरों में भी पितरों को धूप देकर विदाई दी जा रही हैं।

इन रास्तों पर लगा वाहनों का जाम…

तर्पण-पिंडदान के लिए सुबह से ही लोग रामघाट, सिद्धवट, गयाकोठा पहुंचने लगे थे। वहीं बावनकुंड पर भी बड़ी संख्या में लोग जा रहे हैं। आसपास के ग्रामीण अंचल और शहरों से भी लोग निजी वाहनों से आ रहे हैं। इस कारण सिद्धवट-मंगलनाथ, भैरवगढ़, केडी गेट से बावनकुंड और अंकपात मार्ग पर चौपहिया वाहन फंसे हुए हैं।

निशुल्क तर्पण

इधर अंकपात मार्ग स्थित गायत्री शक्तिपीठ में निशुल्क तर्पण का आयोजन पूरे श्राद्ध पक्ष में किया गया। आज इसका समापन हो रहा है। नृसिंहघाट पर नृसिंह प्रेमी परिवार द्वारा सामूहिक तर्पण सुबह में करवाया गया। इसी तरह रामघाट और नीलगंगा सरोवर पर भी निशुल्क तर्पण के आयोजन विभिन्न संस्थाओं ने किए।

Related Articles

close