इसके पहले 3 माह में बनाए थे 800 से ज्यादा प्रकरण
अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की बिजली बिलों को होल्ड करने की घोषणा के बाद शहर के 83 हजार घरेलू बिजली उपभोक्ताओं को राहत मिली है। 1 किलो वाट तक के बिजली कनेक्शन वाले घरेलू उपभोक्ताओं के 1-1 लाख रुपए तक के बिजली के बिल पेंडिंग हैं। मुख्यमंत्री की घोषणा से पूर्व बिजली कंपनी ने पिछले तीन महीने में रिकार्ड वसूली की और बिजली चोरी के 800 प्रकरण भी बनाएं।
कोरोना काल की अवधि में बिजली के बिलों की पेंडेंसी के चलते लोग बिजली बिल समय पर जमा नहीं कर पाए। दिनों-दिन अवधि बढ़ती गई और सरचार्ज लगाकर बिल आने लगे। इसके चलते घरेलू उपभोक्ताओं के बिजली के बिल बढ़ते-बढ़ते हजारों रुपए हो गए।
बिजली कंपनी के अधिकारियों पर वसूली और बिजली चोरी रोकने का भी दबाव रहा। जिसके चलते पिछले तीन महीने में पूर्व और पश्चिम क्षेत्र में 800 से ज्यादा बिजली चोरी के प्रकरण बनाए गए। पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के ईई राजेश हारोड़ ने बताया सीएम की घोषणा के बाद पश्चिम क्षेत्र में 48 हजार घरेलू उपभोक्ताओं के 33 करोड़ रुपए बिजली बिल बकाया हैं जबकि पूर्व क्षेत्र के 35 हजार उपभोक्ताओं से 9 करोड़ रूपए बिजली बिल बकाया हैं।
होल्ड किए है, माफ नहीं.. चुनाव के बाद भरना पड़ सकते हैं बिल
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के 1 किलो वाट तक के घरेलू बिजली उपभोक्ताओं के पेंडिंग बिजली बिलों को होल्ड किया है। मतलब नवंबर माह तक जितना बिजली बिल पेंडिंग है उसे होल्ड कर दिया गया है। इसके अलावा सितंबर माह में जो बिल आएंगे उसे जमा करना अनिवार्य किया गया है। ऑनलाइन बिजली बिल जमा करने वालों को भी इसका लाभ मिलेगा।
ऑफ लाइन के अलावा ऑनलाइन पर भी बिलों की अपडेंटिंग की जा रही है। अधिकारियों ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि सरकार ने बिजली बिलों को फिलहाल केवल होल्ड किया है माफ करने के कोई निर्दश नहीं है। आगामी आदेश तक बिजली कंपनी के अधिकारी होल्ड किए बिलों की रिकवरी के लिए उपभोक्ताओं पर दबाव नहीं डाल सकती है।