इंदौर में बनेगा स्मार्ट मीटर का मास्टर कंट्रोल रूम

By AV NEWS

47 शहरों की होगी निगरानी

इंदौर। शहर के पोलोग्राउंड में दिखेगी हर मीटर की पल-पल की जानकारी, कंपनी प्रबंधन ने दी मंजूरी, इंदौर, महू, खरगोन, उज्जैन, रतलाम, देवास के अलावा मालवा और निमाड़ के अन्य शहरों की इंदौर से की जाएगी निगरानी।

मप्र पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के पोलोग्राउंड मुख्यालय में स्मार्ट मीटर का मास्टर कंट्रोल रूम तैयार किया जाएगा। मीटर टेस्टिंग बिल्डिंग की तीसरी मंजिल पर यह कंट्रोल रूम बनाया जाएगा। कंपनी प्रबंधन ने इसकी मंजूरी दे दी है। इस मास्टर कंट्रोल रूम से वर्तमान में समार्ट मीटर वाले छह शहरों इंदौर, महू, खरगोन, उज्जैन, रतलाम, देवास के अलावा आगामी समय में मालवा और निमाड़ के अन्य 41 शहरों के स्मार्ट मीटर की सीधी निगरानी यहां से की जा सकेगी।

लाखों स्मार्ट मीटरों की पल पल की जानकारी इस मास्टर कंट्रोल रूम को मिलेगी। चुनिंदा जानकारी उपभोक्ताओं को मोबाइल पर भी लाइन रहेगी। दरअसल मप्र पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने स्मार्ट मीटर के दूसरे चरण की घोषणा अगस्त के आखिर में की थी। स्मार्ट मीटर के दूसरे चरण में चार सौ करोड़ खर्च किए जाएंगे। इससे 42 शहरों, कस्बों में 3.80 लाख स्मार्ट मीटर लगाए जा रहें हैं। इंदौर शहर में दूसरे चरण में 1.20 लाख स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। इंदौर के अलावा अन्य 41 शहरों व कस्बों में भी ज्यादा लाइनलास वाले स्थानों पर अत्याधुनिक स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। अक्टूबर से मीटर स्थापना का कार्य प्रारंभ हो जाएगा।

इंदौर के 54 फीडरों पर लगेंगे स्मार्ट मीटर

मध्य प्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के अनुसार दूसरे चरण में इंदौर शहर में 54 फीडरों पर स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। इन फीडरों से संबंद्ध उपभोक्ताओं की संख्या 1.20 लाख है। इंदौर जिले के सांवेर कस्बे के ज्यादा लास वाले फीडर के उपभोक्ताओं के यहां भी स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। इसी तरह कांटाफोड़, अंजड़, बड़वानी, खेतिया, पलसूद, पानसेमल, राजपुर, सेंधवा, शाहपुर, धार, आलीराजपुर, जोबट, झाबुआ, थांदला, राणापुर, खंडवा, मूंदी, नया हरसूद, गोंगावां, बालसमूद, कसरावद, आगर, बड़ौद, बडग़ांव में स्मार्ट मीटर लगेंगे।

हर एक तारीख को मिल जाएगी रीडिंग

इसी तरह मनासा, नीमच, मंदसौर, सुआसरा, आलोट, जावरा, गुलाना, मोहन बड़ोदिया, शाजापुर, अवंतिपुर बड़ौदिया, पोलायकलां. शुजालपुर, नागदा, उन्हेल, माकड़ोन में स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। रेडियो फिक्वेंसी या जीपीएस तकनीक वाले मीटरों से रीडिंग हर माह 1 तारीख को स्मार्ट मीटर कंट्रोल सेंटर को मिल जाएगी। रीडिंग, बिलिंग को लेकर विवाद या सुधार में लगने वाला समय भी बचेगा। हालांकि अब तक गलत रीडिंग के आधार पर कम बिल चुकाने वाले उपभोक्ताओं का खर्च जरुर नए मीटरों से बढ़ जाएगा।

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