इंदौर-दिल्ली की नई ट्रेन, सप्ताह में तीन दिन चलेगी, रुट में उज्जैन शामिल नहीं…
उज्जैन।इंदौर से देश की राजधानी दिल्ली के बीच शुरू होगी। सप्ताह में तीन दिन चलने वाली यह ट्रेन संभवत: अगले माह प्रारंभ होगी। अभी इसका रूट तय नहीं हुआ है,लेकिन माना जा रहा है कि उज्जैन इस सुविधा से बायपास होने वाला है।
रेलवे ने इसी साल गर्मी में एक समर स्पेशल साप्ताहिक ट्रेन इंदौर से दिल्ली के बीच चलाई थी, जिसे काफी बेहतर रिस्पांस मिला था। यह ट्रेन लगातार फुल ही चल रही थी जिससे उसे नियमित करने की मांग की जा रही थी। इसके बाद माना जा रहा था कि इस ट्रेन नियमित कर दिया जाएगा। ऐसा हुआ नहीं और इसे बंद कर दिया गया। इसी बीच अब रेलवे ने नई ट्रेन दे दी है। अगले महीने से यह ट्रेन चलेगी।
मंदिरों की नगरी को लाभ मिलने की उम्मीद कम
नई त्रिदिवसीय ट्रेन का लाभ उज्जैन को मिलने की उम्मीद कम ही है। रेलवे के जानकारों के अनुसार इंदौर-दिल्ली के बीच नई ट्रेन के पहले समर स्पेशल साप्ताहिक इंदौर-दिल्ली ट्रेन का संचालन किया गया था। समर स्पेशल का संचालन महू-इंदौर-फतेहाबाद-रतलाम-नागदा-रामगंजमंड़ी-कोटा-सवाईमाधोपुर-भरतपुर-मथुरा-दिल्ला रुट पर हो रहा था।
नई ट्रेन का रुट अभी तय नहीं है,लेकिन इसका संचालन भी समर स्पेशल साप्ताहिक इंदौर-दिल्ली ट्रेन पर होगा,क्योंकि समर स्पेशल को जमकर रिस्पांस मिला था।
इसके आधार पर ही इंदौर-दिल्ली के बीच नई ट्रेन की सौगात मिली है। यह ट्रेन यदि समर स्पेशल साप्ताहिक इंदौर-दिल्ली ट्रेन के रुट पर संचालित होगी,तो उज्जैन को इसका लाभ नहीं मिलने वाला है। उज्जैन के यात्रियों को इस ट्रेन का लाभ लेने के लिए इंदौर-फतेहाबाद-नागदा तक जाना होगा। नई ट्रेन चलने से इंदौर के यात्रियों को तो और सुविधा हो जाएगी,लेकिन उज्जैन एक बार फिर ट्रेन की एक और सुविधा से वंचित हो जाएगा।
वंदे भारत एक्सप्रेस से भी वंचित
सूत्रों का कहना है कि देश की सबसे अत्याधुनिक ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस इंदौर से जयपुर के बीच चलेगी। ट्रेन को लेकर अनुमति मिल चुकी है, लेकिन अभी रैक उपलब्ध नहीं होने से समय लगेगा।
इंदौर से जयपुर के लिए वंदे भारत एक्सप्रेस चलाने पर सहमति बन गई है। रेलवे सूत्रों ने बताया कि वंदे भारत ट्रेन को लेकर इंदौर में तैयारी शुरू कर दी गई है। अगले एक साल में देशभर में जो वंदे भारत ट्रेन चलने वाली है, उसमें इंदौर से भी एक ट्रेन चलेगी। वंदे भारत के लिए रेलवे 100 रैक तैयार करवा रहा है। मई में रेलवे बोर्ड द्वारा इसमें से एक रैक डा. आंबेडकर नगर (महू) स्टेशन को भी दिया गया है।
इंदौर से जयपुर के लिए ट्रेन चलने की संभावना है। दोनों शहरों के बीच का सफर सात से आठ घंटे में पूरा हो जाएगा। यह ट्रेन 160-180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकती है। हालांकि देश में उपलब्ध ट्रैक पर अधिकतम संभव गति 130 किमी प्रति घंटा ही है। सूत्रों का कहना है कि इंदौर से जयपुर वंदे भारत एक्सप्रेस का रुट भी इंदौर-फतेहाबाद-रतलाम होकर रहेगा। ऐसे मेें इस बात की कोई संभावना नहीं है कि वंदे भारत एक्सप्रेस का लाभ उज्जैन को मिलेगा। वैसे में उज्जैन सेक्शन के ट्रेक का अधिकांश हिस्सा अधिकतम गति 130 किमी प्रति घंटे का ही है। ट्रैक की क्षमता नहीं होने से वंदे भारत एक्सप्रेस सौगात की उम्मीद कम ही है।
यह कहना है सांसद का
इंदौर-दिल्ली के बीच नई ट्रेन की स्वीकृति हुई है। इसका रुट अभी फायनल नहीं हुआ है। रेल मंत्री से चर्चा कर इस ट्रेन का लाभ उज्जैन को दिलाने का प्रयास जारी है।
जहां तक वंदे भारत एक्सप्रेस सवाल है इस ट्रेन के चलने में अभी समय है,लेकिन कोशिश कर रहे है कि एक वंदे भारत एक्सप्रेस उज्जैन को भी मिले। इसके लिए प्रधानमंत्री,रेल मंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष से बात करेंगे। उज्जैन-इंदौर के बीच मेट्रो की सुविधा सिंहस्थ पहले प्राप्त करने की भी कोशिश जारी है। – अनिल फिरोजिया सांसद, उज्जैन।