प्रोजेक्टस की लांचिग में शामिल हुए थे फिल्मी अभिनेता-अभिनेत्री
अभिनेता ऋतिक रोशन को भी 9.54 करोड़ की चपत दी
उज्जैन। पिनेकल ड्रीम्स घोटाल के प्रमुख आरोपी आशीष दास ने उस अभिनेता को भी नहीं छोड़ा,जो उसके प्रोजेक्टस की लांचिग में बतौर सेलेब्रिटी शामिल हुए थे। दास ने अभिनेता ऋतिक रोशन को भी 9.54 करोड़ रु. की चपत दी। अभिनेता ने ला ट्रिब्यूनल में केस दायर कर दिया है। आरोपित दास की इंदौर के विजय नगर और लसूडिय़ा थाने की पुलिस तलाश कर रही है। विदेश भागने की आशंका के चलते उसके विरुद्ध लुक आउट नोटिस भी जारी करवाया जा रहा है।
उज्जैन में कभी सीए रहे आशीष दास ने उज्जैन में ही राष्ट्रीयकृत बैंक के कर्मचारी पुष्पेंद्र वडेरा को साथ लेकर इंदौर जेएसएम प्रा.लि. के नाम से रियल एस्टेट कंपनी बनाई। इसने इंदौर में तीन प्रोजेक्ट पिनेकल ड्रीम्स (निपानिया) पिनेकल ग्रैंड (बायपास) और पिनेकल डिजाइर (सुपर कोरिडोर) पर लांच किए लेकिन तीनों ही विवादित हो गए। तीनों प्रोजेक्टस में करोड़ों रुपए का घोटाला हुआ है। इसके मामले इंदौर के अलग-अलग थानों में दर्ज है।
आशीष दास जमानत पर बाहर था और फिलहाल फरार है। वडेरा पुलिस की गिरफ्त में है। पता चला है कि आशीष दास ने फिल्म अभिनेता ऋतिक रोशन से भी प्रोजेक्ट का झांसा देकर 9.54 करोड़ रुपये ले लिए। उसने बाद में रुपये नहीं लौटाए। अभिनेता रोशन ने इसके विरुद्ध ला ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) में केस भी लगा दिया है। आरोपित दास की विजय नगर और लसूडिय़ा पुलिस तलाश कर रही है।
क्या है लुक आउट सर्कुलर/नोटिस
फरार आशीष दास विदेश भाग सकता है। इसे ध्यान में रखकर पुलिस ने लुक आउट सर्कुलर/नोटिस की तैयारी कर ली है। लुक आउट सर्कुलर/नोटिस, एक पत्र है जिसका उपयोग अधिकारियों द्वारा यह जांचने के लिए किया जाता है कि क्या कोई यात्रा करने वाला व्यक्ति पुलिस या किसी एजेंसी द्वारा वांछित है ।
इसका इस्तेमाल आव्रजन अधिकारियों द्वारा किसी आरोपी व्यक्ति को देश से बाहर जाने से रोकने के लिए किया जाता है। कई बार ऐसा होता है कि कोई अपराधी विदेशों में बॉर्डर या एअरपोर्ट पर पकड़ा पकड़ा जाता है। नोटिस जारी करने वाली एजेंसी से अनुरोध मिलने पर आव्रजन अधिकारी आरोपी व्यक्ति को हिरासत में भी ले सकते है।
एक ही फ्लैट कई लोगों को बेचा
उज्जैन निवासी आशीष दास और उसके पार्टनर पुष्पेंद्र वढ़ेरा ने इंदौर के निपानिया क्षेत्र में पिनेकल ड्रीम्स के प्रोजेक्ट की शुरुआत की थी। आरोपित ने एक ही फ्लैट कई लोगों को बेचा और करोड़ों रुपये लेकर फरार हो गया। दोनों के विरुद्ध विजय नगर, लसूडिय़ा में आपराधिक प्रकरण दर्ज हुए। हाईकोर्ट ने उसे सशर्त जमानत दी लेकिन वह जमानत की शर्तों का उल्लंघन कर गया। कोर्ट से वारंट जारी होने के बाद पुलिस ने उसकी तलाश की लेकिन कोई पता नहीं चला। वहीं पुष्पेंद्र वढ़ेरा को कुछ समय पहले पुलिस ने गिरफ्तार किया था।
सीए से बिल्डर बना था दास…
आशीष दास सीए था और फिल्म इंडस्ट्री से जुड़ें कई अभिनेता, अभिनेत्रियों के टैक्स रिटर्न संबंधित कार्य करता था। उसने संपर्कों का फायदा उठाया और करोड़ों रुपये निवेश का झांसा देकर ले लिए। उनके ऑडिट का काम भी आशीष लेता था। वडेरा उज्जैन में एक राष्ट्रीयकृत बैंक का कर्मचारी था। वो आशीष के कर सलाहकार होने की वजह से ही उसके संपर्क में आया। दोनों ने तीन प्रोजेक्ट विकसित किए।
फिल्म कलाकारों को बुलाकर लोगों के साथ की धोखाधड़ी। पिनेकल ड्रीम्स में फ्लैट बेचने के लिए आशीष दास और वडेरा ने फिल्म कलाकारों का सहारा लिया। उन्होंने अभिनेता ऋतिक रोशन, अभिनेत्री सोनाक्षी सिन्हा, डायरेक्टर वासु भगनानी को बुलाया और निवेशकों को झांसा देकर करोड़ों रुपए हज़म कर लिए।