दोपहर 1 बजे के बाद मंदिर जाने के मार्ग बन्द कर देंगे
उज्जैन। सवारी मार्ग पर यातायात प्रतिबंधित रहेगा, महाकाल के दर्शन ऑनलाइन होंगे उज्जैन। भगवान श्री महाकालेश्वर की श्रावण भाद्रपद माह में निकलने वाली सवारियों के क्रम में श्रावण माह के चौथे सोमवार 16 अगस्त को भगवान श्री चन्द्रमौलीश्वर चांदी की पालकी में विराजित होकर नगर भ्रमण पर निकलेंगे। साथ ही श्री मनमहेश हाथी पर विराजित होकर भक्तों को दर्शन देंगे। कोविड -19 प्रोटोकॉल के तहत सवारी मार्ग पर यातायात प्रतिबंधित रहेगा, महाकाल के दर्शन ऑनलाइन होंगे।
श्रावण माह की चौथी सवारी में भी सवारी का स्वरूप पिछली तीन सवारियों की तरह ही रहेगा। सभामंडप में परंपरागत पूजन के पश्चात सवारी मुख्य द्वार से श्री बडा गणेश मंदिर के सामने से होते हुए हरसिद्धि मंदिर के समीप से होकर नृसिंह घाट रोड, सिद्धाश्रम के सामने से शिप्रा तट रामघाट पहुंचेगी। रामघाट पर मां शिप्रा के जल से बाबा श्री महाकालेश्वर के अभिषेक पूजन पश्चात सवारी रामानुजकोट, हरसिद्धी पाल से हरसिद्धि मंदिर बड़ा गणेश मंदिर के सामने से महाकालेश्वर मंदिर लौटेगी। सवारी में केवल पालकी उठाने वाले कहार, पुजारी, पुरोहित, पुलिस, मंदिर समिति के ड्यूटीरत कर्मचारी उपस्थित रहेंगे।
सजावट हेतु अनुमति प्राप्त संस्था के अतिरिक्त बाहरी व्यक्तियों का प्रवेश निषेध रहेगा। रामघाट व सवारी मार्ग में आमजन का आवागमन प्रतिबंधित रहेगा। रामघाट पूजा स्थल पर केवल पुजारी, पुरोहित ही रहेंगे। सवारी में सीमित संख्या में अधिकृत व्यक्ति ही शामिल हो सकेंगे। समिति की वेबसाइट और सभी स्थानीय चैनलों एवं फेसबुक पेज पर भगवान की सवारी का सीधा प्रसारण (लाइव) किया जावेगा। सवारी के दौरान दोपहर 1 बजे के बाद मन्दिर की ओर आने-जाने के मार्ग बन्द कर दिये जायेंगे। कोविड प्रोटोकाल के तहत तय किये गये नवीन सवारी मार्ग पर भी धारा-144 के तहत प्रतिबंधात्मक आदेश लागू किये गये हैं। इसके तहत आमजन के सवारी मार्ग पर एकत्रित होने पर रोक लगाई गई है।