यूरिया लेने के लिए सुबह से शाम तक कर रहे इंतजार…

किसान बोले- जरूरत 10 बोरी की, मिल रहा सिर्फ चार से पांच बोरी…
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उज्जैन। बोवनी का समय चल रहा है। वहीं किसानों को मांग के अनुसार यूरिया खाद नहीं मिलने से परेशान होना पड़ रहा है। जिले की कई सोसायटियों में किसान खाद न मिलने की शिकायत सीएम हेल्पलाइन पर कर चुके हैं। वहीं जहां पर खाद मौजूद है, वहां पर सुबह से शाम तक किसानों को यूरिया के लिए इंतजार करना पड़ रहा हैं। वहीं किसानों ने खाद की उपलब्धता को लेकर भी सवाल खड़े किए हैं।
स्थिति यह है कि किसान एक दिन पहले रात में ही खाद गोदाम पहुंच जाते हैं और दूसरे दिन शाम तक इंतजार करते हैं। किसानों का कहना है कि प्रशासन को गांव में ही खाद की व्यवस्था करनी चाहिए। लोगों को काफी दूर-दूर से खाद लेने के लिए उज्जैन गोदाम पहुंचना पड़ रहा है।
कृषि विभाग को पहले से करना चाहिए खाद का इंतजाम…
बुधवार को कृषि उपज मंडी उज्जैन में आए किसान भैरूसिंह ने बताया कि गेहूं का समर्थन दाम पर सवा इक्कीस सौ का होने से किसानों ने इसकी उपज का रकबा 100 फीसदी बढ़ा लिया है। लेकिन यूरिया खाद ने परेशान कर दिया। जिले में खाद की किल्लत है, मजबूरन उन्हें खाद गोदामों पर 266.50 रुपए में मिलने वाली यूरिया की बोरी को बाजार में 400-450 रुपए में खरीदना पड़ रही है। अगर प्रशासन दावा कर रहा है कि पर्याप्त खाद है तो फिर व्यवस्था क्यों गड़बड़ा रही है। कृषि विभाग को पहले से ही खाद का इंतजाम करके रखना चाहिए।
जरूरत 10 बोरी की मिल रही सिर्फ 4 से 5
किसानों ने खाद की उपलब्धता को लेकर भी सवाल खड़े किए हैं। किसानों का कहना है कि उनके खेत में जरूरत 10 से 15 बोरी की जरूरत है, लेकिन केवल 4 से 5 बोरी खाद दिया जा रहा है। एक बार में ही किसान को उसकी जरूरत के मुताबिक खाद दे देना चाहिए, ताकि बार-बार उन्हें इस तरह अपना समय बर्बाद ना करना पड़े।
संभाग में आया 3500 हजार टन यूरिया
कृषि विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार उज्जैन संभाग में 3500 टन यूरिया खाद वितरण के लिए आया है। करीब 6000 हजार बोरियां कृषि उपज मंडी उज्जैन में पहुंची हैं। बुधवार से किसानों को इसका वितरण शुरू हो गया है। बावजूद किसानों को मांग के अनुसार यूरिया खाद का वितरण नहीं किया जा रहा हैं।









