शहर के जैन मंदिर.. श्री पार्श्वनाथ दिगंबर जैन पंचायती मंदिर

शहर के जैन मंदिर …श्री पार्श्वनाथ दिगंबर जैन पंचायती मंदिर
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!
शहर के जिन मंदिरों की वंदना भक्ति भाव से कर रहे हैं। चलिए आज चलते हैं उज्जैन शहर की नई आबादी नई बस्ती माधव नगर की ओर। यहां स्थापित है श्री पाश्र्वनाथ दिगंबर जैन पंचायती मंदिर। इस मंदिर की स्थापना लगभग 75 वर्ष पूर्व नगर के श्रेष्ठी लालचंद सेठी, रामलाल जवाहरलाल गंगवाल, गणेशराम सूरजमल पाटनी, घासीलाल कल्याणमल्, गुलाबचंद बडज़ात्या, तेजपाल गंभीरमल पांड्या, झुथालाल चौधरी एवं समाज के सदस्यों की प्रेरणा व सहयोग से भव्य् मंदिर का निर्माण किया गया। मंदिर में तीन अति भव्य वेदियां निर्मित है।
जिसमें मूल नायक भगवान पाश्र्वनाथ स्वामी की अति भव्य आलौकिक प्रतिमा ग्राम पिपलोन से 29 मार्च 1950 को परम पूज्य 108 आचार्य सूर्यसागर महाराज के सानिध्य में बेदी प्रतिष्ठा कर विराजमान की गई थी। अन्य बेदी जी में चंद्रप्रभु भगवान एवं आदिनाथ भगवान विराजमान है। यहां हाल एवं वेदी का निर्माण गणेशराम सूरजमल पाटनी द्वारा करवाकर जनवरी 1961 में पंचकल्याणक प्रतिष्ठा पूर्वक विराजित किए गए। वर्ष 2000 में मंदिर के मूल शिखर के पास दो शिखर का निर्माण किया।
जिसमें 108 आचार्य विशुद्धसागर महाराज के सानिध्य में भगवान शांतिनाथ जी की प्रतिमा पंचकल्याणक पूर्वक प्रतिष्ठित करवाकर विराजित की गई। मंदिर परिसर के पास ही सुंदर मांगलिक भवन एवं गत वर्ष निर्माण हुआ। अति आधुनिक विद्यासागर अतिथि भवन उज्जैन की श्रेष्ठ कृतियां में जाना जाता है। यह अतिथि भवन सर्वसुविधायुक्त निर्मित है। इस भवन का पूर्ण निर्माण विजेंद्र जैन सुपारी वालों ने करवाया है।
मंदिर परिसर में एक संत निवास भी है। जहां वर्षों से दिगंबर संतों का विहार के समय निवास रहता है तथा समुचित आहार की व्यवस्था भी होती है। यहां पर कार्यरत जैन मित्र मंडल एवं नारी चेतना मंडल अत्यंत सक्रिय और अनेक धार्मिक अनुष्ठान करवाते है। यहां का संचालन पाश्र्वनाथ दिगंबर जैन पंचायती मंदिर ट्रस्ट द्वारा किया जाता है।