शिकायत के बीस दिन बाद समिति ने कराया प्रकरण दर्ज

मामला महाकाल दर्शन के नाम पर श्रद्धालुओं से रुपए लेने का
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उज्जैन। जयपुर के श्रद्धालुओं से महाकाल दर्शन-पूजन के नाम रुपए मामले में महाकाल मंदिर प्रबंध समिति की लेतलाली सामने आई है। शिकायत के 20 दिनों बाद मामले में प्रकरण दर्ज कराया है। जयपुर के श्रद्धालुओं से महाकालेश्वर मंदिर के गर्भगृह में जलाभिषेक व भस्म आरती के नाम पर रुपए लेने वाले बाबा के खिलाफ पुलिस ने धोखाधड़ी का केस दर्ज कर लिया है।
जयपुर कलेक्टर कार्यालय में पदस्थ अनमोल शर्मा परिचितों के साथ पिछले दिनों महाकाल दर्शन के लिए उज्जैन आए थे। वे नृसिंहघाट क्षेत्र में आश्रम में कमरा लेकर रुके थे। यहां हरियाणा निवासी कृष्णागिरि बाबा ने श्रद्धालुओं से कहा था कि जलाभिषेक व भस्म आरती हो जाएगी। इसके लिए 10 हजार रुपए में बात तय हुई थी। बाबा ने तीन हजार रुपए एडवांस ले लिए और फिर गर्भगृह की बजाय बाहर से ही दर्शन करवाकर सात हजार रुपए और मांगे।
इस पर श्रद्धालुओंं ने आपत्ति ली व मंदिर समिति को शिकायत की थी। महाकाल थाना पुलिस के अनुसार मंदिर प्रबंध समिति के दिनेश शर्मा की तरफ से मिले पत्र के बाद महाकाल मंदिर में दर्शन के नाम पर रुपए लेने वाले बाबा के खिलाफ कायमी की है। बता दें कि पूर्व में भी दर्शन के नाम पर रुपए लेने के मामले सामने आते रहे हैं इसके लिए मंदिर समिति की ओर से प्रकरण भी दर्ज कराए जा चुके हैं लेकिन सख्ती और नियंत्रण नहीं होने के कारण इस प्रवृत्ति पर रोक नहीं लग पा रही है।
आठ अगस्त की घटना है
जयपुर कलेक्टर कार्यालय में पदस्थ अनमोल शर्मा ने उनके साथ हुई घटना की लिखित शिकायत 8 अगस्त को महाकाल मंदिर प्रबंध समिति से की। इसके बाद भी समिति के जिम्मेदारों ने कोई कदम नहीं लिया। घटना के करीब 20 दिन बाद शर्मा ने अखिल भारतीय पुजारी महासंघ को शिकायत की।
संघ के महेश पुजारी ने इस मामले को उठाया और कलेक्टर को भी जानकारी दी। इसके बाद कलेक्टर ने प्रकरण दर्ज कराने के निर्देश दिए। इस पर मंदिर समिति प्रशासक गणेश धाकड़ द्वारा थाना प्रभारी महाकाल को पत्र लिखकर घटना का जिक्र करते हुए एफआईआर दर्ज करने का अनुरोध किया गया। इस पर महाकाल पुलिस ने कृष्णनानंद गिरी के खिलाफ धारा 420- ए में प्रकरण दर्ज किया है। मंदिर समिति प्रशासक गणेश धाकड़ ने बताया कि मामला संज्ञान में आते ही महाकाल थाने को प्रकरण दर्ज करने के लिए पत्र लिख दिया गया था।