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महाकाल लोक’ का लोकार्पण : PM मोदी ने जिस शिवलिंग से पर्दा हटाया, उसे ढूंढते रहे लोग

समारोह की भव्यता के लिए पंचरंगी (मौली) धागे से किया गया था शिवलिंग का निर्माण

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उज्जैन। महाकालेश्वर मंदिर के नव विस्तार क्षेत्र श्री महाकाल लोक का प्रवेश द्वार बुधवार को भगवान महाकाल के भक्तों के लिए खुल गया। सुबह से ही महाकाल लोक को देखने लोगों की भीड़ जुटी।

लोगों ने प्रांगण में स्थापित भगवान शिव सहित विभिन्न देवी-देवताओं की मूर्तियों और 25 फीट ऊंची एवं 500 फीट लंबी दीवार पर बनाए शैल चित्रों के साथ मोबाइल से तस्वीरें खिंचवाई।

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अधिकांश लोगों को उसे शिवलिंग की तलाश थी,जिसका पर्दा पीएम नरेंद्र मोदी ने रिमोट के जरिए हटाया था और लोगों ने लाईव टेलीकॉस्ट में देखा था।

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पीएम मोदी ने महाकाल मंदिर में पूजन के बाद कई क्विंटल पंचरंगी (मौली) धागे से बने 15 फीट ऊंचे,10 फीट चौड़े शिवलिंग और लोकार्पण शिलालेख का अनावरण किया था।

दरअसल इंवेट मैनेजमेंट एजेंसी ने छोटे आकार के शिलालेख नजर नहीं आने की स्थिति में साज-सज्जा और अनावरण की विशालता को दर्शाने के लोहे के पाईप के स्ट्रक्चर पर पंचरंगी (मौली) को तैयार किया था।

लोकार्पण के बाद इंवेट मैनेजमेंट एजेंसी ने मौली से बनी शिवलिंग की प्रतिकृत्ति को साज-सज्जा के अन्य सामान के साथ हटा दिया।

महाकाल लोक को देखने लोगों को जब यह नजर नहीं आया तो,सभी के मन में जिज्ञासा रही कि मोदी ने जिस शिवलिंग से पर्दा हटाया था,वह कहां चला गया।

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