कई श्रद्धालुओं ने कार में बिताई रात, तो किसी के परिजन ने सोशल मीडिया पर लगाई कमरे की गुहार

By AV NEWS

महाकाल मंदिर दर्शन पूजन के लिए उमड़ रहे हैं लोग, होटल और धर्मशाला फुल

गुजरात से आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या अधिक बनी हुई है

उज्जैन।भगवान महाकालेश्वर दर्शन-पूजन के लिए बेतहाशा भक्तों का आगमन हो रहा है। खास तौर पर गुजरात से बड़ी संख्या में श्रद्धालु अपने निजी वाहनों से उज्जैन आ रहे हैं।

हालात ये है कि शहर के तमाम होटलों में रूकने की जगह नहीं हैं। दो और तीन गुना किराया देने के बावजूद जगह नहीं मिल रही हैं। अधिकांश होटलों में २ नवंबर तक कमरे बुक हैं। कमरों के लिए सोशल मीडिया पर गुहार लगाने पड़ रही है तो जगह नहीं मिलने के कारण कई यात्री अपने वाहनों में रात बीता रहे हैं।

कोविड से राहत के दो साल बाद अनुकूल परिस्थितियों का लाभ उठाते हुए श्रद्धालु उज्जैन महाकालेश्वर के दर्शन करने आ रहे हैं। शिवरात्रि और श्रावण-भादौ मास के बाद दीपावली पर भक्तों का सैलाब-सा उमड़ पड़ा है। गुजरात में दीपोत्सव का लंबा अवकाश रहता है। इसी का लाभ उठाने के लिए हजारों की संख्या में गुजरात से श्रद्धालु उज्जैन आ रहे हैं। धनतेरस से प्रारंभ हुआ यह सिलसिला अभी भी जारी है।

शहर की तमाम होटलों में ठहरना तो दूर कुछ पल विश्राम के लिए स्थान नहीं मिल रहा है। संपर्कों के आधार पर होटल के कमरे बुक कराने में भी सफलता नहीं मिल रही है तो सोशल मीडिया का सहारा लेकर कमरे के लिए गुहार लगाना पड़ रही हैं।

दूरी की जानकारी नहीं और मनमाना किराया

शहर के प्रमुख प्रवेश मार्ग और महाकाल जाने वाले मार्ग पर मंदिर की दूरी के संकेतक नहीं होने का लाभ ऑटो वाले उठा रहे हैं।

शहर की भौगोलिक स्थिति से अनजान बाहर से आने वाले यात्रियों को यह जानकारी नहीं होती है कि रेलवे स्टेशन, हरिफाटक, इंदौर गेट या इसके आसपास के मुख्य स्थानों से मंदिर की दूरी कितनी हैं। उनकी इस अनजान स्थिति का लाभ ऑटो वाले उठाकर मात्र एक से डेढ़ किलोमीटर की दूरी का किराया दो सौ से तीन सौ रुपए वसूल रहे हैं।

महाकाल मंदिर के आस पास पीने के पानी की व्यवस्था न होने से लोग हो रहे परेशान।

अधिक दाम देने के बाद भी रेस्टोरेंट और खाने पीने की दुकानों में करना पड़ रहा इंतजार

90 प्रतिशत होटलों के पास पार्किंग की व्यवस्था नही सड़को पर की वजह से यातायात व्यवस्था बिगड़ रही है।

कई ने बढ़ा दिया किराया

श्री महाकालेश्वर मंदिर में दर्शनों के लिए हजारों श्रद्धालु प्रतिदिन आ रहे हैं। इसका फायदा मंदिर के आसपास के होटल्स और गेस्टहाऊस वाले उठा रहे हैं। कुछ घंटे रूकने का मनमाना किराया लिया जा रहा है। महाकाल लोक देखने और श्री महाकाल दर्शन के लिए हजारों श्रद्धालुओं का आगमन हो रहा हैं।

इनमें गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान सहित अन्य प्रांतों के भी श्रद्धालु हैं। मंदिर के आसपास बनी होटल्स में ही रुकने का प्रयास करते हैं ताकि वे आसानी से यहां पर शिप्रा स्नान के साथ ही देवदर्शन कर सकेंगे।

इधर बढ़ती भीड़ का फायदा होटल्स वाले उठा रहे हैं। इन्होंने किराया दो हजार से बढ़ाकर तीन-साढ़े तीन हजार तक कर दिया गया है। पहले तो ये रूम खाली नहीं होने का हवाला दे देते हैं। बाद में दूसरे होटल्स में पहुंचा देते हैं।

इस तरह की प्रतिक्रिया आ रही है सोशल मीडिया पर

भय्या… अच्छा होगा बाद में आने का बोल दो मेहमानों का

रैन बसेरे खाली है वहां ठहरने के लिए भेज दो…

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