ब्लैक स्पॉट से तीन साल में 31 हादसे, 52 की मौत

दुर्घटनाओं में घायलों की संख्या भी रही 300 के पार
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सर्वाधिक हादसों वाला मार्ग ग्राम चिकली-बदनावर रोड
उज्जैन। वैसे तो जिले में ऐसे कई स्पॉट हैं, जहां हादसे का खतरा अन्य स्थानों की तुलना में सबसे अधिक होता है। कहीं लेफ्ट टर्न समस्या बनी हुई है तो कहीं संकरे रोड या फिर क्रासिंग की वजह से हादसे हो रहे हैं। पिछले तीन वर्षों में हुए हादसों के विश्लेषण के बाद ट्रैफिक पुलिस ने 6 ब्लैक स्पॉट चिन्हित किए हैं। विभाग द्वारा निर्माण एजेंसियों की खामियों को भी उजागर किया गया है बावजूद समस्याएं जस की तस बनी हुई है।
बता दें कि सड़क हादसों को देखते हुए जिले में 6 ब्लैक स्पॉट तो चयनित किए गए हैं, लेकिन इन स्थानों पर दुर्घटनाओं को रोकने, कम करने के लिए कोई ठोस पहल और इंतजाम नहीं हो पा रहे हैं। खास बात यह है कि जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में हर बार ये गंभीर मुद्दा उठता है। यातायाात, परिवहन, पीडब्ल्यूडी, नगर निगम, एनएचएआई-एमपीआरडीसी के अधिकारियों को प्लान और सुधार के निर्देश दिए जाते हैं, लेकिन कोई काम ही नहीं होते।
नतीजतन जिले में पिछले 3 सालों में 31 सड़क दुर्घटनाएं में 52 मौते हो चुकी है, वहीं 300 से ज्यादा लोग घायल हो चुके हैं। ट्रैफिक पुलिस और रोड सेफ्टी की भाषा में ब्लैक स्पॉट उसे कहते हैं जहां सड़क दुर्घटना सबसे ज्यादा होती है। खास बात यह है कि हादसों के बाद जिम्मेदार विभाग कुछ समय के लिए इन ब्लैक स्पॉट पर निगरानी बढ़ाते हैं। लेकिन कुछ समय बाद स्थिति पहले जैसी ही हो जाती है। जिले के ब्लैक स्पॉट पर सामूहिक जिम्मेदारी से काम किया जाए तो जिले में सड़क हादसे में होने वाली मौतों पर अंकुश लगाया जा सकता है।
चिन्हित मार्गों की अधिकांश सड़कें एमपीआरडीसी उज्जैन ने बनाई
जिले में सड़क हादसों में मौतों का आंकड़ा चिंताजनक ही नहीं भयावह भी है। कहने को चिन्हित 6 ब्लैक स्पॉट-अंधे मोड़ हैं, इसमें घुमावदार खतरनाक मोड़ भी शामिल है, लेकिन ये कब सुधरेंगे कोई डेट लाइन नहीं है। एक जानकारी के मुताबिक इनमें से अधिकांश मार्ग एमपीआरडीसी उज्जैन द्वारा बनाई गई है। अगर इसके बाद भी जिम्मेदार एजेंसी कोई ठोस कदम नहीं उठाए तो इसे विभाग के अधिकारियों की अनदेखी व लापरवाही ही कहेंगे। इस संबंध में जब एमपीआरडीसी उज्जैन के डायरेक्टर सुरेश मनवानी से बात करना चाही तो उनसे संपर्क नहीं हो पाया।
जिले में मौत के ये है ब्लैक स्पॉट, यहां से गुजरना जानलेवा साबित हो सकता है
- तपोभूमि चौराहा से मेद्यदूत ढाबा तरफ उज्जैन-इंदौर रोड
 - ग्राम घिनौदा उज्जैन जावरा रोड
 - ग्राम कायथा एच.पी.सांई शील पेट्रोल पंप उज्जैन मक्सी रोड
 - ग्राम रामगढ़ फंटा उज्जैन जावरा रोड
 - ग्राम चिकली उज्जैन बदनावर रोड
 - ग्राम खरसोदखुर्द उज्जैन बदनावर रोड
 
इनका यह कहना
जिले के चिन्हित ब्लैक स्पॉट को सुधारने के लिए एमपीआरडीसी, पीडब्ल्यूडी, एनएचएआई सहित निकाय के अधिकारियों से संयुक्त तौर पर सुधार के लिए चर्चा की गई है। जिन स्थानों पर दुर्घटनाएं ज्यादा हो रही है, वहां चेकिंग पाइंट बनाकर चालान एवं समझाइश दे रहे हैं।
संतोष कौल, डीएसपी यातायात विभाग








