महाकाल का अन्न क्षेत्र होगा हाईटेक

तिरुपति-शिर्डी की तर्ज पर इंतजाम….
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उज्जैन।महाकाल वन के सौंदर्यीकरण-विकास के बाद अब महाकाल अन्न क्षेत्र को भी विकसित किया जा रहा है। तिरुपति-शिर्डी प्रसादशाला की तर्ज पर हाईटेक इंतजाम किए जाएंगे। 3 करोड़ रु. से अधिक की मशीन लगेगी, सब्जी काटने से लेकर रोटी बनाना और बर्तन धोने काम करेगी
महाकाल मंदिर का अन्न क्षेत्र जल्द ही पूरी तरह हाईटेक हो जाएगा। यह शिर्डी और तिरुपति मंदिर से भी ज्यादा ऑटोमैटिक मशीन से लैस होगा। जल्द ही मशीन बनाने के ऑर्डर दिए जा रहे हैं। मशीन के ऑर्डर होने के बाद सरफेस पार्किंग के पास बन रहे नए अन्न क्षेत्र में मशीन स्टॉल कर दी जाएंगी। इससे एक दिन में एक लाख से अधिक भक्तों का भोजन मशीन से बनाया जा सकेगा।
महाकाल लोक विस्तारीकरण में मंदिर के कई काम अभी फ्लोर पर हैं। इनमें से एक अन्न क्षेत्र का निर्माण भी है। इंदौर के उद्योगपति विनोद अग्रवाल द्वारा नया अन्न क्षेत्र बनाया जा रहा है। इसको इस तरह डिजाइन किया है कि इसमें दो फ्लोर होंगे। पहले और दूसरे दोनों पर करीब 6000 हजार से अधिक भक्त एक साथ बैठकर अन्न प्रसादी ग्रहण कर सकेंगे। महाकाल मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक संदीप सोनी ने बताया कि शिर्डी, तिरुपति और बंगला साहेब का किचन देखकर आए हैं। यहां लगी मशीन में जो काम नहीं हो पाते हैं, वो सब काम महाकाल मंदिर में लगने वाली मशीन में होंगे।
मशीन का ऑर्डर जल्द
महाकाल मंदिर प्रबंध समिति आधुनिक मशीन का जल्द ही ऑर्डर देने जा रही है। हाईटेक मशीन 3 करोड़ रुपए की होगी जिसमें सब्जी कटिंग, आटे से लोई बनाना,रोटी बनाने तक की प्रोसेस मशीन करेंगी,मशीन में सब्जी कटना और बाद में पूरी सब्जी बनने तक का प्रोसेस भी होगा।
खाना बनने के साथ बर्तन भी साफ करेगी मशीन
महाकाल मंदिर का आधुनिक किचन पूरी तरह सीएनजी पर चलेगा और ऑटोमोडेड रहेगा। दाल, चावल, सब्जियों के लिए टाइमर भी सेट कर सकेंगे। ऑटोमैटिक चपाती मशीन होगी, कोल्ड स्टोरेज होगा, डिश वॉश भी इसमें रहेंगे। महाकाल लोक के सामने नई भोजनशाला का निर्माण चल रहा है। चार माह में भवन बन जाएगा।
भगवान महाकाल को चांदी का मुकुट अर्पित
भगवान महाकाल के एक भक्त ने तीन किलोग्राम चांदी से निर्मित बाबा महाकाल का मुकुट दान किया है। महाकाल मंदिर में दर्शन के लिए आए नेशनल हाईवे कंपनी के वरिष्ट प्रोजेक्ट मैनेजर डीके मिश्रा और डायरेक्टर मनीष गुप्ता ने 3 किलो का चांदी का मुकुट दान किया। मंदिर प्रबंध समिति के सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल ने दानदाता को भगवान महाकाल का प्रसाद और तस्वीर भेंट कर सम्मान किया।