झूठे आरोप लगाकर पैसे मांग रही नागझिरी थाना पुलिस

By AV News

मामला दो दिन पूर्व 11वीं के छात्र के लापता होने का, सीडब्ल्यूसी काउंसलर ने सीएम हेल्पलाइन पर की पुलिस की शिकायत

अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन नागझिरी थाना प्रभारी और सब इंस्पेक्टर द्वारा लापता बालक के वापस मिलने के बाद उसके दोस्तों को थाने से छोडऩे के बदले परिजनों से रुपयों की मांग किये जाने का मामला सामने आया है। स्थिति यह रही कि सीडब्ल्यूसी काउंसलर को थाना प्रभारी द्वारा रुपयों की मांग किये जाने की शिकायत सीएम हेल्पलाइन 181 पर शिकायत करना पड़ी जिसके बाद पुलिस ने लापता बालक के दोस्तों को थाने से छोड़ा। सीएमसी काउंसलर का कहना है कि थाना प्रभारी द्वारा की गई रुपयों की मांग से पुलिस अधीक्षक को अवगत कराने के साथ शिकायत की जायेगी।

सौरभ पिता सतीश वाघेला 17 वर्ष निवासी गांधी नगर नागझिरी 11 वीं का छात्र है। वह घर से जिम जाने का कहकर निकला लेकिन वापस घर नहीं लौटा उसके दोस्त सिद्धार्थ उर्फ राज ने सतीश वाघेला को फोन पर बताया कि सौरभ से 10 हजार रुपये लेना है। वह रुपये हमें वापस करो या सौरभ से दिलवाओ। सतीश वाघेला ने नागझिरी थाने पहुंचकर उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई थी।

दोस्त उधार रुपये वापस मांग रहे थे

राज उर्फ सिद्धार्थ के परिजनों ने बताया कि सौरभ के पिता की शिकायत के बाद नागझिरी थाने के पुलिसकर्मी घर आये। राज को थाने बुलाया और उसके दोस्तों को भी घरों से लाकर थाने में बैठा लिया। सभी बच्चे अवयस्क हैं। उक्त दोस्तों ने पुलिस व सौरभ के परिजनों को बताया कि कुछ समय पहले सौरभ के वाहन से दुर्घटना हुई थी। जिस वाहन में नुकसान हुआ उसे हर्जाने के रूप में सौरभ ने 15 हजार रुपये दोस्तों से उधार लेकर दिये थे। वहीं उधार रुपये सिद्धार्थ वापस मांग रहा था।

सौरभ के परिजनों को जब इसकी जानकारी लगी तो उसके पिता सतीश वाघेला ने मारपीट कर उसे घर से निकाल दिया। तो सौरभ अपने दोस्तों के पास पहुंचा। सिद्धार्थ ने उसके पिता को तत्काल फोन लगाया और उन्हें सच्चाई बताकर रुपये वापस मांगे थे लेकिन सतीश वाघेला ने पुलिस को उसके लापता होने की शिकायत दर्ज कराई थी। सिद्धार्थ के परिजनों ने बताया कि हमारे बच्चों ने सौरभ के परिजनों को यह भी कहा था कि इसे आकर ले जाओ इसकी दिमागी हालत ठीक नहीं है। हालांकि सौरभ दोस्तों के पास से अपने घर नहीं लौटा वह किसी रिश्तेदार के यहां चला गया था।

पुलिसकर्मी थाने में बनाते रहे दबाव

सौरभ के वापस मिलने और उसके दोस्तों द्वारा पुलिस को सही कहानी बताने के बाद नियमानुसार सभी को थाने से ही छोडऩा था लेकिन पुलिस द्वारा मामले में अपहरण की कायमी करने अथवा लेनदेन करने का दबाव सिद्धार्थ व अन्य बालकों के परिजनों पर बनाया गया। जानकारी लगने पर सीडब्ल्यूसी की काउंसलर श्वेता शर्मा ने थाने में टीआई कमल निगवाल से संपर्क किया और उन्हें चाइल्ड हेल्पलाइन व बच्चों के साथ पुलिस के व्यवहार की जानकारी दी साथ ही यह भी कहा कि दोनों पक्षों में कोई रिपोर्ट दर्ज कराना नहीं चाहता, बच्चों को आप बिना नोटिस थाने में नहीं बैठा सकते। महिला काउंसलर श्वेता शर्मा ने बताया कि थाना प्रभारी निगवाल ने जवाब दिया कि बिना लेनदेन के थाने से कोई नहीं जाता। अन्यथा की स्थिति में केस दर्ज करना पड़ेगा।

सीएम हेल्पलाइन में शिकायत

थाना प्रभारी निगवाल, सब इंस्पेक्टर रामप्रसाद देवड़ा द्वारा बच्चों के परिजनों पर लेनदेन का दबाव बनाने और सीडब्ल्यूसी काउंसलर की बात नहीं मानने पर श्वेता शर्मा द्वारा तत्काल सीएम हेल्पलाइन नंबर 181 पर इसकी शिकायत की गई। श्रीमती शर्मा ने बताया कि थाना प्रभारी द्वारा रुपयों की मांग करने की रिकार्डिंग व अन्य प्रमाण हमारे पास हैं। 181 पर शिकायत की कार्रवाई होना बाकि है और अब पुलिस अधीक्षक को भी थाना प्रभारी व उनके स्टाफ द्वारा बच्चों के साथ की गई मारपीट, परिजनों पर बनाये दबाव की शिकायत की जायेगी।

यह है 181 की शिकायत

विभाग का नाम पुलिस। शिकायतकर्ता का नाम श्वेता शर्माजी। पता ग्राम आक्याजस्सा ग्राम पंचायत आक्याजस्सा ब्लाक उज्जैन। क्षेत्र अनुभाग : माधव नगर उज्जैन। थाना नागझिरी। शिकायत का प्रारूप – झूठा अपराध पंजीबद्ध करने/गलत आरोपी बनाने से संबंधित पुलिस। शिकायत का विवरण : शिकायतकर्ता श्वेताशर्माजी द्वारा बताया गया कि जिला उज्जैन थाना नागझिरी आवेदक का कहना है कि पुलिस द्वारा झूठा आरोप लगाया जा रहा है। पुलिस द्वारा पैसों की मांग की जा रही। कहा जा रहा कि पैसे दो या आरोप स्वीकार करो जिससे आवेदक को काफी समस्या आ रही है। निवेदन है कि जांच कर काय्रवाही की जाए। कृपया समस्या का जल्द से जल्द निराकरण किया जाए। निराकरण दर्ज शिकायत की जांच जारी है। शिकायत की स्थिति निराकरण अधिकारी द्वारा शिकायत पर कार्यवाही की जा रही है।

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