वेयर हाउस के मैनेजर ने आत्महत्या से पहले जो रिपोर्ट दी थी वह सही निकली

भाजपा नेताओं के गोदाम से गेहूं सरसों और मसूर गायब
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आत्महत्या से सुसाइड नोट में सबकुछ दिया था मैनेजर ने
अक्षरविश्व न्यूज|उज्जैन। उज्जैन में रहने वाले मप्र वेयर हाउस कॉर्पोरेशन के आलोट शाखा प्रबंधक आरडी शर्मा ने आत्महत्या करने से पहले जो रिपोर्ट दी थी वह सही निकली। घटना के 18 दिन बाद रिपोर्ट आई उसने दूध में नहाए भाजपा नेताओं का पानी उतार कर रख दिया।
प्रारंभिक जांच रिपोर्ट में जो खुलासा हुआ है उसके अनुसार मनोज काला के वेयर हाउस से 1978 बोरी गेहूं, एक बोरी मसूर और 10 बोरी सरसों गायब मिला। इसी प्रकार राजेश परमार गोदाम से 209 बोरी गेहूं गायब पाया गया।
रिपोर्ट के अनुसार गेहूं स्टॉक था उसमें भी ज्यादातर घुन लगा हुआ और आटे जैसा था। मजेदार बात तो यह है कि सोयाबीन स्टॉक से ज्यादा पाया गया। रिपोर्ट के अनुसार काला के गोदाम से 504 बोरी पाले वाला सोयाबीन यानी खराब क्वालिटी वाला पाया गया। रिपोर्ट बता रही है कि इन्हीं गड़बड़ियों के कारण मैनेजर को आत्महत्या जैसा कदम उठाने पर मजबूर होना पड़ा।
गौरतलब है कि आरडी शर्मा ने 14 दिसंबर को आत्महत्या कर ली थी। इसके पहले उन्होंने सुसाइड नोट बनाया और वेयर हाउस के संचालक भाजपा नेता मनोज काला और राजेश परमार ताल निवासी को जिम्मेदार ठहराते हुए लिखा था कि इन दोनों ने ही स्टॉक में गड़बड़ी की है। जब दबाव पड़ा तब आलोट पुलिस ने आत्महत्या के लिए उकसाने की धारा में केस दर्ज करते हुए मामले की जांच शुरू की थी। यह बात अलग है कि दोनों नेताओं की अभी गिरफ्तारी नहीं हुई है।
आत्महत्या से पहले वीडियो बनाया
अलखनंदा नगर उज्जैन निवासी 56 वर्षीय रामदास पिता देवीदयाल ने सुबह पांच बजे सल्फास खाने के बाद पत्नी अलका को फोन पर सूचना दी थी। अस्पताल में उनके साथियों ने वीडियो बनाया जिसमें उन्होंने कहा कि मैंने सुसाइड नोट में सबकुछ लिख दिया है। वह पलंग पर रखा है। पहले उन्हें रतलाम शासकीय अस्पताल ले जाया गया।
वहां से उन्हें उज्जैन रैफर किया गया। यहां निजी अस्पताल में शाम सवा सात बजे उनका निधन हो गया। उधर रतलाम पुलिस ने सुसाइड नोट जब्त कर अपने कब्जे में ले लिया था। आरडी के बेटे वैभव का कहना था कि ठेकेदारों ने वेयर हाउस में अच्छे माल को बदल दिया था। इसकी जिम्मेदारी वे उसके पिता पर डाल रहे थे। ठेकेदारों की इसी करतूत से उसके पिता कई दिनों से परेशान थे।