प्लेटफार्म से कीमती कपड़ों की गठानें चुराने वाली गैंग राजस्थान से पकड़ाई
अक्षरविश्व न्यूज|उज्जैन। राजस्थान की मोंगिया गैंग ने उज्जैन रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म पर रखी कीमती कपड़ों की गठानें चोरी की। ट्रेन से राजस्थान ले गए और हाट बाजार में नाममात्र की कीमत में बेच दिए। आरपीएफ की टीम ने सीसीटीवी फुटेज चेक कर चोरों की तलाश की और 20 दिन की खोजबीन के बाद दो महिला सहित 6 लोगों को गिरफ्तार किया।
आरपीएफ से मिली जानकारी के अनुसार ग्वालियर की महिला व्यापारी ने 30 जनवरी को करीब डेढ़ लाख रुपए कीमत की कपड़ों की गठानें लगेज पार्सल ऑफिस में बुक कराई थी। उक्त गठानें ग्वालियर जाना थीं। ट्रेन में चढ़ाने के लिए इन्हें प्लेटफार्म-4-5 पर रखा था। अज्ञात बदमाश गठानें चोरी कर ले गए।
पार्सल ऑफिस द्वारा इसकी सूचना आरपीएफ पोस्ट को दी जिसके बाद एसआई योगेंद्र पटेल, एसआई यशपाल सिंह ने अपनी टीम के साथ चोरों की तलाश शुरू की।
सीसीटीवी फुटेज चेक करने पर पता चला कि 4 महिला व 4 पुरुषों द्वारा कपड़े की गठान उठाकर दूसरी ट्रेन में चढ़ाई गई है। इसी आधार पर आरपीएफ की टीम ने अपनी जांच आगे बढ़ाई और फुटेज में दिख रहे लोगों के बारे में राजस्थान के कोटा, बारां में तलाश शुरू की जिसमें जानकारी लगी कि उक्त लोग हाट बाजारों में गुब्बारे, कपड़े की दुकानें लगा रहे हैं।
रेलवे एक्ट की धाराओं में केस
आरपीएफ ने गिरफ्त में आए महिला-पुरुषों के खिलाफ रेलवे संपत्ति की चोरी करने की धारा 3 एवं 6 के तहत केस दर्ज किया गया। मामले में गैंग की फरार दो महिला अपराधियों की तलाश की जा रही है। 6 चोरों को इंदौर रेलवे न्यायालय में पेश किया गया।
हाट बाजार में बेचे कपड़े
उज्जैन रेलवे स्टेशन से चोरी हुई कीमती कपड़ों की गठानों को उक्त लोग ट्रेन में रखकर बारां राजस्थान ले गए। वहां स्थित ग्राम अंता के हाट बाजार में 5500 रुपए के सूट 550 रुपए में बेच दिए। यहां तक की 100-50 रुपए में भी कपड़े बेचकर दूसरे हाट बाजार में चले गए।
घेराबंदी में मिले 4 पुरुष व 2 महिला
आरपीएफ से मिली जानकारी अनुसार आरोपियों के कोटा में होने की सूचना मिली। इस पर टीम ने वहां पहुंचकर घेराबंदी शुरू की जिसमें राजेश पिता घनश्याम (24), बबलू पिता सुल्तान (20), राजू पिता जवारीलाल (51), पवन पिता राजू (22), आशा पति पवन, बीना पति राजेश मोंगिया (21) को गिरफ्तार किया गया। इन लोगों ने गठानें चोरी करना स्वीकार कर कपड़े हाट बाजार में अनजान लोगों को बेचना मंजूर किया है।