महाशिवरात्रि से पहले रेलवे स्टेशन से लेकर श्री महाकालेश्वर मंदिर तक सडक़ों पर ठेले-गुमटियां, सबसे ज्यादा भीड़ का दबाव भी यहीं
अक्षरविश्व न्यूज|उज्जैन। भगवान महाकाल की नगरी में अतिक्रमण की समस्या बढ़ती जा रही है। इसे हटाने के सारे प्रयास नाकाफी साबित हो रहे हैं। एक ओर नगर निगम आयुक्त आशीष पाठक सुबह साइकिल से अतिक्रमण हटाने की हिदायत दे रहे हैं, वहीं दूसरी ओर जहां वाकई अतिक्रमण हो रहा है वह उन्हें नजर नहीं आ रहा।
जिसके चलते जनता को खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। अक्षर विश्व ने अपने २२ फरवरी के अंक में सफाई व्यवस्था की हकीकत दिखाकर निगमायुक्त द्वारा साइकिल पर किए जा रहे दिखावे की पोल खोल दी थी, वहीं आज की कड़ी में अक्षर विश्व आपको उन क्षेत्रों की हकीकत दिखाने जा रहा है जहां भीड़ का दबाव सबसे ज्यादा है।
रेलवे स्टेशन
शहर का सबसे व्यस्ततम इलाका। जहां से प्रतिदिन बड़ी संख्या में यात्रियों का आवागमन होता है। देवासगेट से लेकर मालगोदाम तक सडक़ के बांई ओर लाइन से खाने पीने, चाय और पान मसाले के ठेले लगे हैं। इन्होंने रोड पर कुर्सियां लगा रखी हैं जिससे सडक़ों पर वाहनों का निकलना मुश्किल है। रही-सही कसर ई-रिक्शा वाले पूरी कर रहे हैं जो कहीं भी खड़े हो जाते हैं जिससे श्रद्धालुओं को स्टेशन के अंदर पहुंचने के लिए भी काफी दिक्कत होती है।
इंदौरगेट
मालगोदाम से पूर्णानंद गणपति मंदिर के पास तक लाइन से गुमटियां लगी हुई हैं जहां पोह, चाय, कचौरी-समोसे और अन्य दुकानें लगती हैं। सुबह होती है यहां नाश्ते के लिए लोगों की भीड़ लग जाती है जिससे सडक़ ब्लॉक हो जाती है, जबकि महाकाल मंदिर की ओर जाने के लिए यह मुख्य रास्ता है। यहां दिनभर ट्रैफिक का दबाव रहता है, बावजूद इसके सालों से पसरा अतिक्रमण अब तक नहीं हटाया गया।
महाकाल चौराहा
यहां सडक़ों के दोनों ओर होटल वालों सहित ठेले व गुमटी वालों ने करीब १०-१० फीट तक कब्जा कर सामान रख दिया है। सडक़ के बीचोंबीच दोपहिया वाहन पार्क किए जा रहे हैं और वहीं पर टेबलें लगाकर पूजन सामग्री, कुर्ते व अन्य सामान बेचा जा रहा है। इसके चलते श्रद्धालुओं के लिए यहां से गुजरना किसी चुनौती से कम नहीं। यही हाल यहां की गलियों का है जहां भी ठेले लगाकर वाहन खड़े किए जाते हैं।
बेगमगबाम पर जाम
महाशिवरात्रि पर्व जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है, श्रद्धालुओं की संख्या भी बढ़ती जा रही है। रविवार सुबह श्रद्धालुओं की जबर्दस्त भीड़ के चलते बेगमबाग से महाकाल चौराहे तक जाम लग गया। इसमें फंसकर वाहन काफी देर तक रेंगते रहे और वाहन चालक परेशान होते रहे। हालांकि, मौके पर दो ट्रैफिक पुलिस मौजूद थे लेकिन उनके प्रयास भी नाकाफी रहे जिससे कर्कश शोर के बीच वाहन चालक परेशान होते रहे।
दरअसल, यहां जाम की समस्या काफी पुरानी है। यहां बने होटल, लॉज और होम स्टे संचालकों ने सडक़ों पर बोर्ड और काउंटर लगा रखे हैं, अपने यहां ठहरने वाले श्रद्धालुओं के वाहन भी वह रोड पर खड़े करवा रहे हैं, इसके अलावा ई-रिक्शा भी यहीं खड़े रहते हैं जिससे वाहन चालकों को निकलने में काफी परेशानी होती है और इसीलिए जाम लगता है।
निगमायुक्त के हवा हवाई निर्देश
शुक्रवार को सफाई व्यवस्था का जायजा लेने निकले निगमायुक्त आशीष पाठक शनिवार को साइकिल पर अतिक्रमण का निरीक्षण करते नजर आए। इस दौरान उन्होंने कुछ सांची पार्लर के संचालकों को बोर्ड हटाने के निर्देश दिए। हालांकि, उनके आदेश केवल हवा हवाई है। जहां स्थिति खराब है, वहां उनका हवा हवाई दौरा नहीं होता।