रामघाट पर चैंबर फूटने से निकल रही गैस पं.बोले- हनुमानजी की प्रतिमा हो रही काली

7 दिनों से इसी हालत में, पंडितों ने गद्दे से ढंका ताकिबदबू न आए

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उज्जैन। सात दिनों पहले बारिश के चलते रामघाट पर बना चैंबर फूट गया था जिससे दो दिनों तक गंदा पानी नदी में मिलता रहा था। इसके बाद चैंबर से पानी निकलता तो बंद हो गया लेकिन अब उससे गैस निकल रही है जिससे समीप स्थित हनुमान जी की प्रतिमा काली हो रही है। उन्होंने नगर निगम ने शिकायत की लेकिन निगम का कहना है कि यह पीएचई का काम है, जब पीएचई अधिकारियों को कहा तो उन्होंने निगम का जिम्मेदारी होने का हवाला देते हुए पल्ला झाड़ लिया। अब वहां के पंडित और श्रद्धालु परेशान हो रहे हैं।

दरअसल, रामघाट पर उदासीन अखाड़े के नीचे मल्लिकार्जुन महादेव मंदिर है। इसी के सामने चैंबर बना है जो ७ दिन पहले हुई बारिश में फूट गया था। इससे निकला गंदा पानी दो दिन तक नदी में मिलता रहा। पानी बंद हुआ तो गैस निकलने लगी। यह इतनी घातक है कि मंदिर में स्थापित प्रतिमा काली हो रही है। इतना ही नहीं तांबे के लोटे भी गैस के संपर्क में आने से काले पड़ रहे हैं। इससे बचने के लिए पंडितों ने उस चैंबर को गद्दे से ढंक दिया, बावजूद इसके गैस निकल रही है। स्थिति यह है कि यहां पूजन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं का बैठना भी मुश्किल हो गया है।

पंडितों की जुबानी परेशानी

पिछले सात-आठ दिनों से यही स्थिति है। चैंबर से निकली रही गैस के कारण भगवान हनुमान जी की प्रतिमा काली हो रही है। रोज चोला चढ़ाते है और प्रतिमा काली हो जाती है। नगर निगम और पीएचई को कहा लेकिन दोनों एक-दूसरे पर जिम्मेदारी डालकर पल्ला झाड़ रहे हैं। इस ओर जिम्मेदारों को ध्यान देना चाहिए।
पं. अधिक गुरु, रामघाट

यहां के तीन चैंबर फूटे हैं जिनकी मरम्मत नहीं हुई है। जिस चैंबर से गैस निकल रही है उसे गद्दा डालकर ढंका है लेकिन इसके बाद यह बंद नहीं हुई। इससे इतनी बदबू आ रही है कि पूजन के लिए आने वाले श्रद्धालु का बैठना मुश्किल हो गया है। स्थिति कितनी खराब है कि भगवान की प्रतिमा काली हो रही है।
पं. अनिल गुरु, रामघाट

चैंबर के कारण परेशान हो गए हैं, बारिश होने पर गंदा पानी का फव्वारा निकल पड़ता है और अब गैस निकल रही है। इस ओर किसी का ध्यान नहीं है। नगर निगम को शिकायत कर चुके लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं। हमें और स्नान के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को कितनी परेशानी हो रही है यह हम ही जानते हैं।
-पं. गोपाल गुरु, रामघाट

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