10 दिन की ट्रेनिंग के बाद 600 एनसीसी कैडेट्स तैयार

कैंप का समापन, थलसेना कैंप के लिए चुने गए विद्यार्थी
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उज्जैन। 10 म.प्र. बटालियन एनसीसी उज्जैन के 10 दिवसीय कैंप में 600 कैडेट्स तैयार किए गए हैं। 8 जुलाई से शुरू हुआ एनसीसी वार्षिक प्रशिक्षण शिविर का समापन 17 जुलाई को हुआ। शिविर में ग्रुप की थलसेना कैंप के लिए टीम का चयन किया गया।
शिविर का आयोजन एमआईटी कैंपस में बटालियन और ग्रुप हेडक्वार्टर इंदौर के निर्देशन में किया गया था। समापन समारोह के मुख्य अतिथि कर्नल जी.पी. चौधरी (सेना मेडल) व लैफ्टिनेंट कर्नल विनत कुमार थे। उन्होंने कहा कि एनसीसी शिविर केवल शारीरिक प्रशिक्षण नहीं, बल्कि यह जीवन के अनुशासन, समर्पण और सेवा भाव को सिखाने का सशक्त माध्यम है। मेजर डॉ. मोहन निमोले ने बताया शिविर में कैडेट्स को राष्ट्रसेवा, अनुशासन, नेतृत्व, स्वास्थ्य, व्यक्तित्व विकास, फिजिकल ट्रेनिंग, ड्रिल, वेपन ट्रेनिंग, फायरिंग, मैप रीडिंग, ग्रुप डिस्कशन, सोशल सर्विस और सामुदायिक विकास की ट्रेनिंग दी गई।
सांस्कृतिक आयोजन भी हुए कैंप में
शिविर में कैडेट्स ने रंगारंग प्रस्तुतियां जैसे ग्रुप सॉंग, ग्रुप डांस, निबंध प्रतियोगिता में हिस्सा लिया। कैम्प की क्लोजिंग सेरेमनी में एमआईएम के डायरेक्टर ऋषि दुबे, एमआईपीएस के प्राचार्य डॉ. विकास जैन विशेष रूप से मौजूद थे। सूबेदार बलविंदर सिंह, ट्रेनिंग जेसीओ सूबेदार दलजीत सिंह, लेफ्टिनेंट मदन सोलंकी, नायक सूबेदार गुरुप्रीत सिंह, कुलवीर सिंह, अमरदीप सिंह, हवलदार निर्मल सिंह, सोहन सिंह, सेकंड ऑफिसर दीपेश, सेकंड ऑफिसर तालिब हुसैन, थर्ड ऑफिसर आरती बकोरे, सीटीओ जितेंद्र पंचोली, जीसीआई निवेदिता ठाकुर ने सहभागिता की। लैफ्टिनेंट सौरभ मिश्रा ने आभार माना।
सेना कैंप के लिए कड़ी प्रक्रिया से गुजरना पड़ा: शिविर की प्रमुख उपलब्धि यह रही कि इसमें आगामी टी.एस.सी. (थल सेना कैंप) के लिए मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ डायरेक्टरेट टीम का चयन किया गया। चयन के लिए कैडेट्स को कठोर गतिविधियों से गुजरना पड़ा। ऑब्स्टेकल कोर्स, ड्रिल कांप्टीशन, फायरिंग, मैप रीडिंग, हेल्थ एंड हाइजीन, टेंट पिचिंग, कमांड टास्क, टीम वर्क एवं फिजिकल फिटनेस टेस्ट से विद्यार्थियों को गुजरना पड़ा। फायरिंग टीम के चयनित कैडेट्स ग्वालियर और बाकी कैडेट्स बिलासपुर में होने वाले थलसेना कैंप में प्रतिनिधित्व करेंगे।