उज्जैन में एयरपोर्ट की तैयारी जमीन के लिए 500 करोड़ मांगे

हरी झंडी का इंतजार: प्रशासन ने विमानन विभाग को भेजा प्रस्ताव

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241 हेक्टेयर जमीन की जरूरत विमानन विभाग ने भेजी थी

अक्षरविश्व एक्सक्लूसिव

सुधीर नागर उज्जैन। सिंहस्थ 2028 से पहले उज्जैन में देवास रोड स्थित हवाई पट्टी की जगह एयरपोर्ट बनाने के लिए प्रशासन ने 200 हेक्टेयर से अधिक जमीन अधिग्रहित करने के लिए विमानन विभाग, भोपाल को 500 करोड़ रुपए का प्रस्ताव भेजा है। इसकी स्वीकृति मिलने पर प्रस्ताव आगे बढ़ेगा।

मध्यप्रदेश की डॉ. मोहन यादव सरकार ने सिंहस्थ से पहले उज्जैन में एयरपोर्ट बनाने का ड्रीम प्रोजेक्ट बनाया है, जिससे विमानों की लैंडिंग हो सके और रात के समय भी बड़े विमान यहां उतर सकें। केंद्र सरकार ने एयरपोर्ट के लिए स्वीकृति दे दी है। इसके लिए अभी एयरपोर्ट के अनुसार 241 हेक्टेयर जमीन की जरूरत विमानन विभाग ने जिला प्रशासन को भेजी थी। इस पर प्रशासन ने सर्वे कर 500 करोड़ रुपए का प्रस्ताव भोपाल भेज दिया है। विमानन विभाग से यह राशि मिलने के बाद जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू की जा सकेगी। इस प्रक्रिया में कुछ समय लग सकता है। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2025 में हिस्सा लेने आए केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री के. राम मोहन नायडू एयरपोर्ट बनाने की घोषणा पहले ही कर चुके हैं। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव इसके लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं।

हवाईपट्टी पर अभी रात में नहीं उतरते विमान
देवास रोड पर दताना हवाईपट्टी है, लेकिन इसकी स्थिति खराब है। इस कारण लंबे समय से विमानों के लैंडिंग बंद है। रात में भी विमान उतर नहीं सकते। अभी यहां 900 मीटर लंबा रनवे है, जिसे दोगुना कर 1800 मीटर करने का प्रस्ताव है। इसके लिए 241 हेक्टेयर जमीन विमानन विभाग ने जिला प्रशासन से मांगी है।

प्रस्ताव भेज दिया है
हवाईपट्टी को एयरपोर्ट में तब्दील करने की तैयारी चल रही है। यह सही है कि आवश्यक जमीन अधिग्रहित करने के लिए करीब 500 करोड़ रुपए का प्रस्ताव विमानन विभाग को भेजा है।
रौशन कुमार सिंह, कलेक्टर

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