सावधान…दिल से रखें ‘दिल’ की सेहत का ख्याल

बढ़ते जा रहे साइलेंट अटैक के मामलेे

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शहर में दो पुलिसकर्मियों की हो चुकी मौत, एक महिला ने ऑटो में दम तोड़ा

अक्षरविश्व न्यूज:उज्जैन। भागदौड़ भरी जिंदगी के कारण इन दिनों हार्टअटैक और कार्डियक अरेस्ट के मामले में एकाएक तेजी से बढ़ रहे हैं। इसमें लाइफ स्टाइल अहम भूमिका अदा कर रही है। एक्सरसाइज नहीं करना, मोटापा, खाने की खराब आदतें आदि इन सभी का दिल की सेहत पर गहरा प्रभाव पड़ता है इसलिए जरूरी है कि हेल्दी लाइफ स्टाइल अपनाएं और दिल से ‘दिल’ का ख्याल रखें।

दरअसल, पिछले दिनों शहर में दो पुलिसकर्मियों की साइलेंट अटैक से असमय मौत हो गई। इसके पीछे का कारण काम का प्रेशर, तनाव सामने आया। इसी तरह एक हेड कांस्टेबल को ड्यूटी के दौरान सीने में दर्द उठा और अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा। समय पर इलाज होने से उनकी जान बच सकी। एक शिक्षिका ने घबराहट के बाद दम तोड़ दिया तो रामघाट पर एक महिला की ऑटो में बैठे-बैठे ही मौत हो गई। यह कुछ ऐसे केसेस हैं जो हमें चेतावनी दे रहे हैं कि संभल जाइए, कहीं देर ना हो जाए।

16 सितंबर जीवाजीगंज थाने में तैनात 45 वर्षीय प्रधान आरक्षक चंद्रपाल सिंह ईद मिलादुन्नबी के जुलूस की व्यवस्था संभालने के लिए केडी गेट पर तैनात था। अचानक चंद्रपाल के सीने में दर्द शुरू हुआ। साथी उसे अस्पताल ले गया जिससे जान बच गई।

16 सितंबर को शासकीय विद्यालय जवासिया में 48 वर्षीय टीचर सेवंती ग्रेवाल निवासी बैकुंठधाम कॉलोनी मक्सी रोड को घर में ही घबराहट हुई, परिजन तुरंत उन्हें हॉस्पिटल ले गए लेकिन डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।

18 सितंबर को रतलाम के ग्राम पिपलौदा की रहने वाली तेजूबाई अपने परिवार के साथ उज्जैन आई थी। रामघाट पर परिवार के साथ पूजा करने के बाद तेजूबाई ऑटो में जाकर बैठ गई और बैठे-बैठे ही अचानक उनकी मौत हो गई।

एक्सरसाइज के साथ इन बातों का रखें ध्यान

रोजाना कम से कम आधा घंटा एक्सरसाइज करने से दिल स्वस्थ रहता है। इससे शरीर की आर्टरीज को लचीला बनाया जा सकता है। जरूरी नहीं है कि इसके लिए जिम में पसीना बहाया जाए। रोज आधा घंटा पैदल चलना भी कारगर होगा।

प्रदूषण से बचकर रहें। वातावरण प्रदूषित होने से शरीर में पाई जाने वाली कैरोटिड आर्टरी के पतले होने की आशंका बढ़ जाती है। ऐसा होने से हार्टअटैक का खतरा अधिक रहता है। इससे बचाव के लिए घर से निकलते वक्त मुंह और नाक को कपड़े से ढंक लें।
अपनी दिनचर्या को नियमित रखें। धूम्रपान से दूरी बनाए रखें। जंक फूड का सेवन करने से बचें।

क्या कहते हैं दिल के डॉक्टर

सबसे पहले लोग तले-गले चीजें जैसे कचौरी, समोसा, आलूबड़ा खाने से बचें, पेट का घेरा किसी भी सूरत में ३६ इंच से ज्यादा ना हो। मधुमेह, बीपी सहित हाई रिक्स वाले लोग जेब में डिस्प्रिन की गोली रखें। जब भी छाती में दर्द हो तो इसे पानी में घोलकर ले लें। दोबारा गर्म किए गए तेल में खाना बनाने से बचें। घी कम से कम खाएं। अनियमित दिनचर्या को त्यागें और आउटडोर गेम्स खेलें। – डॉ. विजय गर्ग, हृदय रोग विशेषज्ञ

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