श्रावण से पहले बाबा महाकाल के दरबार में उमड़े भक्त

बाहरी राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या ज्यादा, पार्किंग भी रही फुल
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उज्जैन। पवित्र श्रावण माह की शुरुआत से पहले 12 ज्योतिर्लिंग में से एक श्री महाकालेश्वर मंदिर में दर्शनार्थियों की भीड़ बढ़ गई है। इसमें मप्र सहित दूसरे राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या ज्यादा है। वीकेंड होने से शनिवार सुबह मंदिर में जमकर भीड़ रही। स्थिति यह रही कि कार्तिकेय और गणेश मंडपम् खचाखच भरा रहा और पार्किंग भी फुल रही।
दरअसल, 11जुलाई से श्रावण माह की शुरुआत हो रही है। 14 जुलाई को भगवान महाकाल की पहली सवारी भी निकलेगी। श्रावण माह में करीब 10 लाख श्रद्धालुओंं के आने की अनुमान है जिसके चलते मंदिर में व्यवस्था बनाने के साथ जोरशोर से तैयारियां की जा रही हैं। आम दिनों में की अपेक्षा शनिवार को वीकेंड के चलते मंदिर मेंं दर्शनार्थियों की जमकर भीड़ रही। इसमें मप्र के अलावा गुजरात, महाराष्ट्र, बिहार, हरियाणा, राजस्थान, उत्तराखंड आदि राज्यों के श्रद्धालुओं की संख्या ज्यादा रही जिसके चलते कार्तिकेय और गणेश मंडपम् खचाखच भरा रहा है।
शीघ्र दर्शन के लिए लंबी कतार
आमतौर पर शीघ्र दर्शन के लिए कतार नहीं लगती। श्रद्धालु रसीद लेकर आते हैं और रसीद दिखाकर दर्शन करने के लिए निकल जाते हैं लेकिन शनिवार सुबह अवंतिका द्वार गेट नंबर १ पर शीघ्र दर्शन के लिए लंबी लाइन लग गई जो प्रशासक कार्यालय के सामने स्थित लड्डू प्रसादी काउंटर तक पहुंच गई। सुरक्षाकर्मियों ने पहले श्रद्धालुओं के मोबाइल लॉकर में जमा करवाए उसके बाद उन्हें अंदर प्रवेश दिया। इस दौरान कुछ श्रद्धालुओं ने इसका विरोध भी किया लेकिन फिर मामला शांत हो गया।
श्रद्धालु बढऩे से बढ़ी आय
श्री महाकाल महालोक बनने के बाद मंदिर में श्रद्धालुओं की संख्या में रिकॉर्डतोड़ इजाफा हुआ है जिससे मंदिर की आय में जबर्दस्त उछाल आया है। वर्ष 2023 में करीब ५ करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु ने बाबा महाकाल के दर्शन किए, जबकि 2024 में यह आंकड़ा बढक़र 7.32 करोड़ पहुंच गया था। 2024-25 में अब तक 51.22 करोड़ रुपए का दान मिला है। यह राशि सिर्फ भेंट पेटियों में डाले गए दान की है। इसके अलावा लड्डू प्रसादी, शीघ्र दर्शन से होने वाली आय इसमें जोड़ी जाए तो आंकड़ा काफी बढ़ जाएगा।