अगस्त में पूरे माह मिलेगा पीने का पानी

नदी किनारे ट्रेंच खोदी लेकिन मिट्टी धंसने से पानी आगे नहीं बढ़ रहा
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अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। गंभीर डेम में पानी कम है, लेकिन पीएचई के अधिकारियों का दावा है कि इस पूरे माह पीने का पानी सप्लाई किया जा सकेगा। हालांकि करीब 14 लाख रुपए खर्च कर चैनल कटिंग से गंभीर डेम में पानी लाने की कोशिश कामयाब नहीं हो सकी है। नदी किनारे खोदी गई ट्रेंच में मिट्टी धंसने से पानी आगे नहीं बढ़ पा रहा, जिससे डेम में अब केवल 146 एमसीएफटी पानी ही बचा है। आशंका जताई जा रही है कि चैनल कटिंग फेल हुई तो लाखों रुपए बेकार हो सकते हैं। नर्मदा का पानी सीधे डेम में लाने की योजना भी पूरी करने के लिए पीएचई सीसी रोड काटेगा।
पीएचई के अधिकारियों के अनुसार डेम में अब केवल 146 एमसीएफटी पानी बचा है। अगर चैनल कटिंग से डेम में पानी आया तो इस पूरे माह तक शहर को पीने योग्य पानी सप्लाई किया जा सकेगा पीएचई अब उंडासा तालाब से भी पानी ले रहा है। जानकारों का कहना है कि इस बार चैनल कटिंग का जो तरीका अपनाया गया है, वह गलत है, जिससे पानी डेम तक पहुंचाने में मुश्किल आ सकती है या बहुत कम पानी ही इंटेकवेल तक पहुंचाया जा सकेगा। दरअसल, खड़ोतिया गांव के पास बडऩगर रोड पर बने ब्रिज के नीचे से खोदी जा रही ट्रेंच में मिट्टी बार बार धंस रही। इससे डेम तक पानी अब तक पहुंच नहीं सका है। ट्रेंच नदी किनारे खोदी गई है, जिसका लेवल और नदी के पानी में उपलब्ध लेवल में अंतर आ रहा है। पोकलेन मशीन से चैनल कटिंग तो की जा रही लेकिन जगह जगह पानी रुक रहा। मिट्टी धंसने से भी पानी का बहाव दबाव से आगे नहीं बढ़ पा रहा।
खेत से ला रहे नई लाइन
नर्मदा का पानी सीधे गंभीर डेम में पहुंचाने के लिए डाली लाइन जोडऩे के लिए नई मशक्कत करनी पड़ रही है। लाइन ताबड़तोड़ नए सिरे से डालना पड़ रही। पहले रोड किनारे लाइन डाली गई थी, अब वहां फोरलेन रोड की योजना बन गई है और नर्मदा लाइन भी आगे तक आ गई है। इस कारण खेत में से नई लाइन बिछाई जा रही। हालांकि अब इसकी लंबाई कम हो गई है, जिससे पीएचई का पैसा भी बच सकता है। करीब 150 मी. लंबी लाइन डालने से ही यह काम हो जाएगा। इसके लिए पीएचई को लालपुल के पास रोड क्रॉस करने के लिए सीसी रोड काटना पड़ेगी। टी कनेक्शन के बाद लाइन चालू हो सकेगी।
नर्मदा का पानी कितना मिलेगा: नर्मदा लाइन से डेम को दस दिन में जोडऩे की तैयारी चल रही है, लेकिन बड़ी समस्या यह है कि एनवीडीए उज्जैन को कितना पानी दे सकेगा। प्रशासन अभी डिमांड नोटिस भेजने की तैयारी कर रहा है। नर्मदा का पानी उज्जैन तक लाने के लिए पैसा भी ज्यादा चुकना पड़ सकता है।
यह माह पानी सप्लाई हो जाएगा: गंभीर डेम में पानी कम बचा है लेकिन हम अब उंडासा तालाब से भी पानी ले रहे हैं और चैनल कटिंग का पानी डेम में आने से इस माह शहर में पेयजल सप्लाई किया जा सकेगा। नर्मदा की लाइन जोडऩे के लिए सीसी रोड काटेंगे लेकिन इसमें भी कोई अड़चन नहीं आएगी।
– योगेंद्र पटेल, उपायुक्त पीएचई
एनवीडीए से चल रही बात: चैनल कटिंग से पानी आने लगा है, क्योंकि खपत घटी है। नर्मदा का पानी लाने के लिए एनवीडीए से बात चल रही है।
अभिलाष मिश्रा
आयुक्त नगर निगम










