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श्री महाकाल मंदिर की सुरक्षा संभालने के लिए देश की नामी कंपनियां इच्छुक

केएसएस की भी दिलचस्पी, मंदिर में चल रही टेंडर प्रक्रिया, जल्दी होगा निर्णय

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उज्जैन। श्री महाकालेश्वर मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था संभालने के लिए देश की नामी कंपनियां इच्छुक हैं। बड़े-बड़े औद्योगिक घरानों की सुरक्षा व्यस्वस्था संभालने वाली कंपनियां भी इसमें शामिल हैं।

इन दिनों श्री महाकालेश्वर मंदिर समिति मेें सुरक्षा व्यवस्था के लिए नया टेंडर जारी करने की प्रक्रिया चल रही है। दो साल की सुरक्षा व्यवस्था के लिए मंदिर समिति ने हाल ही में २० करोड़ रुपए का टेंडर जारी किया था। जिसके तहत कंपनी को मंदिर में सुरक्षा अधिकारी व कर्मचारी संसाधनों के साथ उपलब्ध कराना है। हाल ही में मंदिर समिति ने प्री-बिड मीटिंग भी की थी। जिसमें देश की नामी कंपनियों के प्रतिनिधि इसमें शामिल हुए थे। प्रतिनिधियों ने मंदिर अधिकारियों के साथ टेंडर की शर्तों पर अन्य कंफ्यूजन पर डिस्कसन किया। हालांकि यह पूरी प्रक्रिया गोपनीय है इस कारण मंदिर समिति के अधिकारी इस पर खुलकर बोलने को तैयार नहीं है।

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नामी कंपनियों के प्रतिनिधि आए

मीटिंग में देश की कई नामी सुरक्षा एजेंसिया जैसे टाइगर फोर्स सिक्युरिटी सर्विसेस, जीडीएक्स सिक्युरिटी सोल्युशन इंडिया प्रालि, फॉक्स मैनपावर एंड सिक्युरिटी सर्विसेस, वीओआई आदि कंपनियां प्रमुख हैं। ये सभी देश की प्रमुख सुरक्षा एजेंसियां हैं और नामी-गिरामी व्यावायिक प्रतिष्ठान और महत्वपूर्ण जगहों की सुरक्षा कमान संभाले हैं। मंदिर में पहले सुरक्षा व्यवस्था संभाल चुकी केएसएस (कृष्णा सिक्युरिटी एंड सर्विसेस) व वीएचएसके ने भी इसके लिए रुचि दिखाई है। हालांकि मंदिर की शर्तें और 60 लाख रुपए की अमानत राशि को देखते हुए यह स्पष्ट है कि कोई बड़ी कंपनी ही टेंडर हासिल कर सकती है।

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वर्तमान में क्रिस्टल के पास है जिम्मा: महाकाल मंदिर की सुरक्षा का जिम्मा वर्तमान में क्रिस्टल इंटीग्रेटेड प्रा.लि. के पास है। मुंबई की यह कंपनी भी शाहरुख खान के बंगले व प्रमुख होटलों की सुरक्षा व्यवस्था के लिए जानी जाती है, लेकिन मंदिर में बेहतर परफार्मेंस नहीं देने के कारण यहां उस पर कई बार जुर्माना लगा। कर्मचारियों को समय पर वेतन नहीं देना, कर्मचारियों व संसाधनों की पूर्ति नहीं कर पाना और कर्मचारियों की हरकतों के कारण मंदिर की बदनामी होने की वजह से अब मंदिर को नई व्यवस्था तलाशना पड़ रही है।

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