उज्जैन/नागदा। नागदा के स्टेट हाईवे पर एक युवक का शव मिला है। युवक की हत्या कर शव को गांव बिरियाखेड़ी में फेंक दिया गया। पुलिस ने मृतक के मोबाइल से फोन लगाकर स्वजन को सूचना दी। पुलिस ने हत्या का प्रकरण दर्ज कर मामला जांच में लिया है।
मोयला मच्छर बन रहे आंखों की किरकिरी
अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन:शहर में मोयला मच्छरों का प्रकोप पिछले दो दिनों में काफी बढ़ गया है। मोयला मच्छरों के कारण वाहन चालकों खासकर दोपहिया वाहन चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। शहर के हर मार्ग पर मोयला मच्छरों का झुंड देखने को मिल रहा है। बढ़ते तापमान के साथ ही मोयला वाहन चालकों की आंखों की किरकिरी बनता जा रहा है, राह चलते मोयला अचानक आंखों में आने से वाहन चालक परेशान है तो दुर्घटना का अंदेशा भी बना रहता है।
बगैर हेलमेट और चश्मे के सफर कर रहा वाहन चालक आंख मसलते नजर आ रहे हैं। किसान भी चिंतित है। राहगीर भी परेशान हो रहे हंै। दोपहिया वाहन चलाने में परेशानी आती है, गांव में शाम होते अधिक मोयला दिखाई देता है। राहगीरों को भी चलने में परेशानी आ रही है। यह कीट पीले रंग के कपड़ों पर ज्यादा आकर्षित होते हैं। इस कीट का प्रभाव सब्जियों पर भी दिखाई दे रहा है। वाहन चालकों की आंखों में घुसने के कारण यह परेशानी का सबब बन रहे हैं। कृषि विभाग के अनुसार ये समय सरसों की फसल के पकने का होता है। ऐसे में जो मोयला इस फसल पर होता है वो उडऩे लगता है। जो आमजन के लिए परेशानी बन गया है। सबसे ज्यादा परेशानी बाइक सवारों को होता है। आंखों में मोयला गिरने के कारण आंखे लाल हो जाती है। आंखों में जलन होने के साथ ही कंज्क्टीवाईटिस की आशंका रहती है।
फसलों को नुकसान भी पहुंचाते हैं
जानकारी के मुताबिक ये माहू मच्छर रायड़ा, सरसों में पनपते हैं, जो फसलों को नुकसान भी पहुंचाते हैं। बता दें कि माहू मच्छरों से सबसे अधिक नुकसान सरसों की फसल हो होता है। फसल कटाई के बाद ये मच्छर शहर में आ जाते हैं। जो नदी किनारे या पानी के गड्ढों में अपना बसेरा बना लेते है। जिससे लोग परेशान होते हैं। जानकारों का कहना है कि क्षेत्र में साफ-सफाई के साथ ही हल्का धुआं कर मोयला के संकट से बचा जा सकता है। इसके साथ ही नाक-मुंह ढककर ही घर से बाहर निकलना चाहिए।