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संकट: पाइपलाइन टूटी, गऊघाट प्लांट बंद कल पेयजल सप्लाई प्रभावित होने के आसार

उज्जैन में कान्ह डायवर्शन की लाइन लीकेज होने से बड़ी घटना

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अक्षरविश्व न्यूज . उज्जैन शहर में बड़ा संकट खड़ा हो गया है। कान्ह डायवर्शन की लाइन में लीकेज होने से 70 फीट लंबा और 40 फीट चौड़ा और 30 फीट गहरा गड्ढा हो गया। इससे गऊघाट प्लांट से जुड़ी 800 एमएम की पाइपलाइन फूट गई और प्लांट बंद हो गया। इससे शहर में पेयजल सप्लाई का संकट भी खड़ा हो गया है। कलेक्टर नीरजकुमार सिंह, निगमायुक्त और महापौर सहित पीएचई के तमाम अफसर मौके पर पहुंचे और तत्काल लाइन ठीक करने के निर्देश दिए।

यह जटिल काम होने से कुछ वक्त लगेगा। भूखीमाता मंदिर के सामने यह घटना शनिवार सुबह हुई। इसमें पीएचई के गऊघाट प्लांट की 800 एमएम व्यास वाली पाइपलाइन के पाइप दूर फिका गए। इससे प्लांट का काम भी ठप पड़ गया है। सूचना मिलने पर महापौर मुकेश टटवाल, कलेक्टर सिंह, निगमायुक्त आशीष पाठक, पीएचई के ईई एनके भास्कर, जल संसाधन के ईई कमल कुआल, पीएचई के राजीव शुक्ला आदि मौके पर पहुंचे और जायजा लिया। इस घटना ने अफसरों की नींद इसलिए उड़ा दी है क्योंकि शहर में रविवार और आने वाले कुछ दिन पेयजल सप्लाई करना मुश्किल हो जायेगा।

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रात ढाई बजे टूटी लाइन- जलकार्य समिति प्रभारी प्रकाश शर्मा ने बताया रात ढाई बजे लाइन फूट गई थी। इस कारण उसी समय गऊघाट प्लांट बंद करा दिया गया। मामले की रिपोर्ट सीएम डॉ. मोहन यादव तक पहुंची है। प्रशासन की जांच रिपोर्ट के आधार पर सरकार इस मामले में बड़ा एक्शन ले सकती है, क्योंकि इससे किसानों की फसलें भी खराब हो गई हैं।

असर पानी सप्लाई पर- गऊघाट प्लांट बंद होने से पानी की सप्लाई प्रभावित होगी। टंकियों में जो पानी संग्रहित है, उससे काम चलाया जाएगा। एक एक क्षेत्र में कम दबाव से पानी सप्लाई की कोशिश की जाएगी।

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24 घंटे चलेगा काम, फिर भी लगेगा वक्त: घटना के बाद लाइन को ठीक करने के लिए काम युद्ध स्तर पर शुरू कर दिया है, जो 24 घंटे चलेगा लेकिन इसमें वक्त लगेगा। खान डायवर्शन की लाइन 35 फीट नीचे है। पहले इसे ठीक किया जाएगा। इसके बाद गड्ढा भरा जाएगा। इसमें भी वक्त लग सकता है। आधार बनने के बाद गऊघाट लाइन को जोडऩे का काम शुरू किया जा सकेगा। इस कारण यह काम बड़ा जटिल बताया जा रहा है।

लाइन जोडऩे का काम पहली प्राथमिकता से शुरू कर दिया गया है। पूरा अमला लगा दिया गया है। कोशिश है कि 16 घंटे में पूरा कर दिया जाए। मामले में अगर अफसरों और कर्मचारियों की लापरवाही मिली तो कार्रवाई होगी।       नीरजकुमार सिंह, कलेक्टर

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