जैन मंदिरों में उपासना के उत्सव की उमंग

पर्यूषण महापर्व : व्रत, पूजन, प्रवचनों के साथ पर्वाधिराज का शुभारंभ
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अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। श्री श्वेतांबर जैन समाज का पर्यूषण महापर्व बुधवार से प्रारंभ हो गया। पहले दिन मंदिरों में सुबह से ही पूजन, प्रार्थना, प्रवचन आदि का दौर शुरू हो गया है। मंदिरों में जन्म वाचन समारोह 24 अगस्त को होगा। संवत्सरी महापर्व 27 अगस्त को धूमधाम के साथ मनाया जाएगा। आठ दिवसीय पर्युषण के समापन उपरांत 28 अगस्त से दिगंबर जैन समाज के 10 दिवसीय पर्युषण आरंभ होंगे। आचार्य श्री विजय हीरसूरिश्वर जी जैन बड़ा उपाश्रय खाराकुआ में सुबह ५.३० बजे से सामूहिक पौषध उच्चरण व प्रतिक्रमण के कार्यक्रम शुरू हुए। इसके बाद 9 बजे से प्रवचन हुए। यहां के अलावा अन्य जैन मंदिरों में भी सुबह प्रवचन व अन्य कार्यक्रम हुए। दोपहर में महिलाओं और बच्चों के सांस्कृतिक कार्यक्रम हुए।
महिलाएं कर रही हैं 8 से 30 उपवास की तपस्या
श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ नमकमंडी में महासती कीर्ति सुधा आदि ढाणा 4 का चार्तुमास चल रहा है। उनकी प्रेरणा से बड़ी तपस्याएं हो चुकी है। श्री संघ के उत्सव महोत्सव संयोजक सुनील श्रीमाल और चार्तुमास संयोजक प्रकाश गोखरू ने बताया श्रीमती शिखा-सुनील श्रीमाल 30 उपवास, श्रीमती दीपिका चेतन्य मारू 17 उपवास, श्रीमती मेघा सपनजी 11 उपवास एवं उप कई तपस्वियों के 8 उपवास की तपस्या हो चुकी है। वर्तमान कुमारी तान्या पवन वनवट की 30 उपवास की तपस्या चल रही है।
शहर के जैन मंदिरों में विराजित हैं संत-साध्वी
चातुर्मास के लिए जैन मंदिरों व आराधना स्थलों पर साधु-साध्वी विराजित हैं। सभी स्थानों पर नियमित प्रवचन, सामूहिक जप, तप और धर्म आराधनाएं चल रही हैं। आषाढ़ शुक्ल चतुर्दशी से कार्तिक पूर्णिमा तक चार माह में जैन साधु साध्वी एक ही नगर में विराजित रहते हैं।
श्री हीरविजय सूरी बड़ा उपाश्रय खाराकुआं में आचार्यश्री जगवृन्द सूरीश्वर आदि ठाणा और साध्वी जयरत्ना श्रीजी आदि विराजित हैं। राजेश पटनी ने बताया कि उज्जैन के मुनि गोयमचन्द विजय भी आचार्यश्री के साथ हैं।
श्री केसरियानाथ मणिभद्र तीर्थ भैरवगढ़ में आचार्य अशोक सागर सूरीश्वर, आचार्यश्री सागरचन्द्र सागर विराजित हैं। ट्रस्टी अश्विन मेहता ने बताया कि नियमित रूप से धर्म आराधनाएं होंगी।
श्री ऋषभदेव पेढ़ी उपाश्रय खाराकुआं पर साध्वी शासन ज्योति आदि विराजित हैं।
श्री शंखेश्वर पाश्र्वनाथ मंदिर सुभाषनगर पर साध्वी सत्वरक्षिता विराजित हैं। राजकुमार संघवी ने बताया कि आचार्य रामचन्द्र सूरी समुदाय के साध्वी हैं।
चौमुखा पाश्र्वनाथ जिनालय सुभाषनगर में साध्वी प्रशांत रसा विराजित हैं। सुशील जैन ने बताया कि यहां नियमित प्रवचन, प्रतिक्रमण, आराधना होगी।
श्री नाकोड़ा पाश्र्वनाथ मंदिर इंदिरा नगर में वल्लभसूरी समुदाय की साध्वी शीलपूर्णाश्रीजी, चेतन प्रज्ञाश्रीजी, शील रत्नाश्रीजी विराजित हैं।
शांतिनाथ जैन मंदिर मारवाड़ी समाज छोटा सराफा में श्रीजी डॉ. निलांजना श्रीजी विराजित हैं।
श्री महावीर भवन नमकमंडी स्थानक में साध्वी मालवकीर्ति, कीर्तिसुधा, आराधनाश्रीजी विराजित हैं।
सुभाषनगर स्थानक में इन्द्रेश मुनि विराजित रहेंगे।
नयापुरा स्थानक में तपस्वी संत कीर्तिमुनि विराजित हैं।
मणिभद्रधाम भैरवगढ़ में आचार्य अशोक सागर जी विराजित हैं।