Market Research Analyst बनकर बनाएं अपना करियर

By AV NEWS

बाजार में होने वाली उथल-पुथल और उपभोक्ताओं के खरीदारी से जुड़े व्यवहार पर नजर रखने वाले मार्केट रिसर्च एनालिस्ट कंपनी और ग्राहकों के बीच में एक अहम कड़ी साबित होते हैं। किसी सर्विस या प्रोडक्ट को लोकप्रिय बनाने में मार्केट रिसर्च एनालिस्ट अहम भूमिका निभाते हैं।

बाजार के उतार-चढ़ाव के कारण बिजनेस में हमेशा ही कई तरह के जोखिम होते हैं। कई बार जरा सी चूक के कारण भी कंपनियों को भारी नुकसान उठाना पड़ जाता है।

ऐसे में सटीक मार्केट रिसर्च बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि ग्राहकों की जरूरत के अनुसार प्रोडक्ट्स या सेवाएं देने पर ही बिजनेस की कामयाबी निर्भर करती है। यही वजह है कि कंपनियां अपने प्रोडक्ट्स और सर्विसेस को बाजार में पूरी तैयारी के साथ उतारती हैं। इस काम में उनकी मदद करते हैं मार्केट रिसर्च एनालिस्ट।

क्या है मार्केट रिसर्च

मार्केट रिसर्च एक तरह की मार्केटिंग तकनीक है, जिसके जरिए किसी प्रोडक्ट या सर्विस से जुड़ी महत्वपूर्ण सूचनाएं हासिल की जाती हैं। इससे ग्राहकों के खरीदारी से जुड़े व्यवहार का आंकलन करने के लिए कई तरह से डेटा इक_ा किया जाता है और उसकी एनालिसिस की जाती है। इस क्षेत्र से जुड़े विशेषज्ञ यानी मार्केट रिसर्च एनालिस्ट उत्पाद या सेवाओं को बेहतर और प्रभावी बनाने से जुड़ी राय देते हैं। वे उपभोक्ता के व्यवहार से जुड़ी अहम जानकारियां कंपनी के साथ साझा करते हैं और इसी पर उनका भविष्य निर्भर होता है। किसी प्रोडक्ट की डिजाइनिंग, मार्केटिंग और उसके डिस्ट्रीब्यूशन को लेकर तय की जाने वाली पॉलिसी में मार्केट रिसर्च एनालिस्ट्स की भूमिका अहम होती है।

कोरोना काल में बढ़ी भूमिका
कोरोना काल में बाजार के लिए अनिश्चितता का दौर रहा, लेकिन मार्केटिंग रिसर्च एनालिस्ट्स की अहमियत इस समय में और ज्यादा बढ़ गई। इन प्रोफेशनल्स ने कोरोना काल में बाजार की बदली स्थितियों के अनुसार कंपनियों को उचित कदम उठाने और उपभोक्ता के हितों को ध्यान में रखते हुए रणनीतियों में बदलाव करने के सुझाव दिए। इससे कंपनी के संभावित नुकसान में कमी आई, वहीं बहुत सी कंपनियों ने ऑनलाइन सर्विसेस मुहैया कराते हुए भारी मुनाफा भी कमाया। जीरोधा, नायका, अनएकेडमी, स्विगी जैसी कंपनियां इसका सटीक उदहारण हैं। इसीलिए बड़ी कंपनियों में अनुभवी मार्केट रिसर्चर्स की डिमांड तेजी से बढ़ रही है।

ये होते हैं काम
मार्केट रिसर्च एनालिस्ट लगभग हर इंडस्ट्री का हिस्सा होते हैं, लेकिन प्रमुखत: ये फाइनेंशियल सेक्टर से जुड़ी कंपनियों में नियुक्त होते हैं। इन दिनों स्टॉक मार्केट की कंपनियां ही नहीं, अन्य क्षेत्रों की कंपनियां भी इन्हें नियुक्तियां दे रही हैं। जिनमें ये प्रोफेशनल प्रतिद्वंद्वी कंपनियों के तरीकों और बाजार की स्थितियों का अध्ययन करते हैं। प्राप्त आंकड़ों से उपभोक्ताओं की आदतों, पसंद-नापसंद और जरूरतों से जुड़े उसके व्यवहार को समझते हैं।

अपनी कंपनी की पकड़ बेहतर करने के लिए वह प्रतिद्वंद्वी कंपनी के डेटा को भी एकत्रित कर उसका आकलन करते हैं। मार्केटिंग, एडवर्टाइजिंग और कम्युनिकेशन्स प्रोग्राम्स सही तरीके से चल रहे हैं या नहीं, इसका आकलन करना मार्केटिंग/ सेल्स ट्रेंड्स पर निगरानी रखना, व्यापार की नई संभावनाएं तलाशने पर काम करना भी इनकी जिम्मेदारी होती है। इन सबके बाद वे अपनी रिपोर्ट तैयार करते हैं और फिर कंपनी या क्लाइंट के लिए प्रस्तुत करते हैं। ये मार्केटिंग रिसर्च प्रोफेशनल्स डेटा साइंटिस्ट्स, स्टैटिस्टिशियन्स और दूसरे मार्केटिंग प्रोफेशनल्स के साथ मिल कर काम करते हैं।

इन योग्यताओं की होगी जरूरत…

मार्केट रिसर्चर/एनालिस्ट बनने के लिए मार्केटिंग या उससे संबंधित स्ट्रीम जैसे मैथ्स या स्टैटिस्टिक्स में ग्रैजुएट होना जरूरी है। मार्केटिंग ऐंड फाइनेंस में बीबीए, मैथमेटिक्स में बीएससी, बिजनेस स्टैटिस्टिक्सि ऐंड मैथमेटिक्स में बीकॉम डिग्री लिए युवाओं के लिए संभावनाएं और बेहतर होंगी।
आप इन्हीं फील्ड्स में पोस्ट ग्रैजुएट डिग्री भी ले सकते हैं। आमतौर पर कंपनियां मार्केटिंग रिसर्च के लाइसेंस या सर्टिफाइड धारकों को तरजीह देती हैं।

इसलिए ट्रेनिंग लेने के बाद आपको लाइसेंस या सर्टिफिकेशन लेना चाहिए।

आईआईएम लखनऊ जैसे संस्थान और कई ऑनलाइन संस्थाएं इसके लाइसेंस आधारित कोर्स करा रहे हैं। ऑनलाइन इन वेबसाइट्स पर जाकर आप पूरी प्रक्रिया समझ सकते हैं। इसके लिए अपने संस्थान की फैकल्टी से भी सलाह ले सकते हैं।इकोनॉमिक्स, साइकोलॉजी और सोशियोलॉजी की पढ़ाई आपके लिए उपयोगी साबित होगी। साथ ही आपकी कम्युनिकेशन स्किल भी अच्छी होनी चाहिए, क्योंकि तभी आप प्रभावशाली तरीके से कंपनियों या क्लाइंट्स को अपनी बातें समझा पाएंगे। इस फील्ड में डेटा एनालिसिस और सॉफ्टवेयर में कुशल युवाओं के लिए बेहतरीन विकल्प उपलब्ध हैं।

मजबूत नेटवर्किंग स्किल जरूरी

देश की अर्थव्यवस्था और व्यापार के लिए नई चुनौतियां पैदा कर दी हैं। सभी कंपनियां चाहती हैं कि व्यापार पटरी पर लौटे। ऐसे में मार्केटिंग रिसर्च एनालिस्ट का महत्व विशेष हो जाता है, क्योंकि यही वह विशेषज्ञ है, जो संभावित बाजार की मनोदशा से कंपनी को अवगत कराता है, आसान भाषा में वह कंपनी को तीन बातों से परिचय कराता है -बाजार में किस उत्पाद की मांग है,

वे कौन से उपभोक्ता हैं, जो उस उत्पाद को खरीदेंगे और उस उत्पाद के लिए ग्राहक कितने पैसे खर्च करने को तैयार होंगे। यदि आप भी इसमें आगे बढऩा चाहते हैं, तो तार्किक क्षमता बेहतर होनी चाहिए और आपका विशेष रुझान गणित, सांख्यिकी व मनोविज्ञान में होना चाहिए। अगर आपकी कम्युनिकेशन स्किल कमाल की नहीं है, तो आपकी सफलता औसत होकर ही रह जाएगी।

एक मजबूत तार्किक क्षमता वाला व्यक्ति ही आवश्यक डेटा का आकलन कर कंपनी के लिए आवश्यक सूचना तैयार कर सकता है। साथ ही, जिस एनालिस्ट की नेटवर्किंग जितनी मजबूत होगी, वह उतना ही सफल प्रोफेशनल होगा। जिन क्षेत्रों में आपकी मांग बनेगी, उनमें फ्लिपकार्ट, टाटा कंसल्टेंसी सर्विस, नेल्सन, केन रिसर्च, जिंदल, फ्लेक्सी सेल्स, अलाइड मार्केट रिसर्च सहित तमाम छोटे बड़े बिजनेस हाउस शामिल हैं।

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