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Medical Record Technology में बनाएं अपना करियर

आज हर क्षेत्र में टेक्नोलॉजी की मांग तेजी से बढ़ रही है. लोगों की लाइफस्टाइल में जिस तरह के बदलाव आ रहा है, वैसे-वैसे टेक्नोलॉजी तेजी से बढ़ रही है. आम लोगों के लाइफस्टाइल के साथ ही मेडिकल क्षेत्र में भी तकनीक का चलन बढ़ता जा रहा है. पहले आर्ट्स और कॉमर्स बैकग्राउंड के छात्र मेडिकल फील्ड में करियर नहीं बना पाते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं है.

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12वीं के बाद अगर आप भी मेडिकल क्षेत्र में जानें की प्लानिंग कर रहे हैं, तो आप मेडिकल रिकॉर्ड टेक्नोलॉजी में करियर बना सकते हैं. मेडिकल रिकॉर्ड टेक्नोलॉजी में क्या काम किया जाता है और इसमें करियर कैसे बनाया जा सकता है, आज हम आपको इसकी पूरी जानकारी देंगे.

मेडिकल रिकॉर्ड टेक्नोलॉजी क्या है?

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मेडिकल रिकॉर्ड टेक्नोलॉजी को आज मेडिकल क्षेत्र में डॉक्टर, नर्स और सर्जन की रीढ़ की हड्डी माना जाता है. मेडिकल रिकॉर्ड टेक्नोलॉजी को आसान भाषा में समझा जाए, तो यह एक प्रक्रिया है, जिसमें सॉफ्टवेयर के जरिए मरीजों का डाटा रिकॉर्ड बनाने और उसे संरक्षित किया जाता है.

इस कोर्स में छात्रों को, मरीज का डाटा कैसे सेव किया जा सकता है इसके बारे में थ्योरेटिकल व प्रैक्टिकल डिटेल्स पढ़ाई जाती है. इसके साथ ही मेडिकल रिकॉर्ड तकनीशियन को बिलिंग और बीमा कोडिंग के साथ रिकॉर्ड को कैसे मर्ज करना है ये भी सिखाया जाता है.

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मेडिकल रिकॉर्ड टेक्नोलॉजी में कौन-कौन से कोर्स हैं?

अगर आप मेडिकल रिकॉर्ड टेक्नोलॉजी क्षेत्र में करियर बनाना चाहते हैं, तो आप निम्नलिखित कोर्स कर सकते हैं.
1. मेडिकल रिकॉर्ड मैनेजमेंट सर्टिफिकेट कोर्स
2. मेडिकल रिकॉर्ड टेक्नोलॉजी में डिप्लोमा
3. मेडिकल रिकॉर्ड टेक्नोलॉजी में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा

12वीं के बाद इस क्षेत्र में जानें वाले छात्र मेडिकल रिकॉर्ड टेक्नोलॉजी में बीएससी मेडिकल रिकॉर्ड साइंस एंड हेल्थ इंर्फोमेशन टेक्नोलॉजी का कोर्स भी कर सकते हैं. इसमें छात्रों को बैचलर्स डिग्री भी मिलती है.

मेडिकल रिकॉर्ड टेक्नोलॉजी कोर्स करने के लिए योग्यता

मेडिकल रिकॉर्ड टेक्नोलॉजी के कोर्स की अवधि 6 महीने से लेकर 1 साल की है. कई शैक्षणिक संस्थान इस कोर्स में ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री भी देते हैं. इसलिए योग्यता आपके कोर्स पर आधारित होती है. इस कोर्स को करने के लिए छात्र का देश के किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान से 12वीं पास होना अनिवार्य है.

करियर बनाने के लिए आवश्यक कौशल-सेट –

  • समझबूझ कर पढ़ना
  • सटीकता पर ध्यान दें
  • प्रशासन और प्रबंधन
  • कंप्यूटर का बुनियादी ज्ञान

मेडिकल रिकॉर्ड टेक्नोलॉजी में करियर ऑप्शन क्या है?

मेडिकल रिकॉर्ड टेक्नोलॉजी का कोर्स पूरा करने के बाद छात्र किसी भी प्राइवेट या सरकारी अस्पताल में कार्य कर सकते हैं. इसके अलावा छात्र निम्नलिखित क्षेत्रों में भी करियर की संभावनाएं तलाश सकते हैं.
बिलिंग प्रोफेशनल
मेडिकल रिकॉर्ड तकनीशियन मेडिकल अकाउंटेंट
मेडिकल कोडर
फ्रंट डेस्क रिसेप्शनिस्ट

मेडिकल रिकॉर्ड तकनीशियनों की जिम्मेदारियां 

  • रोगी स्वास्थ्य सूचना रिकॉर्ड/फाइलों का संकलन
  • संलग्न प्रत्येक मिनट के विवरण के साथ रोगियों के पूर्ण और अद्यतन रिकॉर्ड सुनिश्चित करना
  • सुविधा के निर्धारित प्रोटोकॉल के अनुसार अनुरोध किए जाने पर अन्य स्वास्थ्य पेशेवरों या शोधकर्ताओं के साथ संवाद करना
  • प्रत्येक रोगी के चिकित्सा इतिहास का डिजिटल रिकॉर्ड बनाए रखना
  • उन्नत तकनीकों की सहायता से डेटा प्राप्त करने, रोगी देखभाल और व्यय नियंत्रण में सुधार
  • चिकित्सकीय-कानूनी मामलों के मामले में कानूनी बातचीत में स्वास्थ्य सुविधा/प्रशासनिक अधिकारियों का प्रतिनिधित्व करना।

मेडिकल रिकॉर्ड टेक्नोलॉजी का कोर्स पूरा करने के बाद सैलरी कितनी मिलेगी?

इस कोर्स को पूरा करने के बाद छात्र 1 से 2 लाख रुपये प्रतिमाह कमा सकते हैं. मेडिकल रिकॉर्ड टेक्नोलॉजी का कोर्स पूरा करने के बाद छात्रों को मरीजों की पूरी जानकारी, उनका मेडिकल रिकॉर्ड और मेडिक्लेम की पूरी जानकारी रखनी होती है.

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