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मिथुन मन्हास BCCI के नए अध्यक्ष बने

जम्मू-कश्मीर और आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स के लिए खेल चुके पूर्व क्रिकेटर और अनुभवी बल्लेबाज मिथुन मन्हास बीसीसीआई (BCCI) के नए अध्यक्ष चुने गए हैं। केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने ट्वीट कर मिथुन मन्हास को बधाई दी है।

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मिथुन मन्हास का नाम हाल ही में नई दिल्ली में हुई बीसीसीआई की एक अनौपचारिक बैठक के बाद सामने आया, जहां यह तय किया गया कि उन्हें अध्यक्ष पद के लिए आगे बढ़ाया जाएगा। यह पद पिछले महीने रोजर बिन्नी के कार्यकाल समाप्त होने के बाद से खाली था। यह पहली बार है, जब जम्मू-कश्मीर से कोई खिलाड़ी इस पद के लिए चुना गया है।

‘एक ऐतिहासिक क्षण का जश्न’

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जितेंद्र सिंह ने लिखा, ‘मिथुन मन्हास को आधिकारिक तौर पर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड का नया अध्यक्ष घोषित किया गया है। जम्मू और कश्मीर के सबसे दूरदराज़ जिलों में से एक, डोडा के लिए यह दिन कितनी बड़ी उपलब्धि है, इसे शब्दों में बयां करना मुश्किल है। यह जिला मेरी अपनी जन्मभूमि भी है। कुछ ही घंटों के अंदर दो बड़ी खबरें आई हैं। पहले किश्तवार की बेटी शीतल विश्व चैंपियन बनकर चमकती हैं, और उसके कुछ समय बाद मिथुन इस प्रतिष्ठित पद के लिए चुने जाते हैं।

बीसीसीआई में अन्य बदलाव

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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कर्नाटक के दिग्गज रघुराम भट्ट को कोषाध्यक्ष चुने गए हैं, जबकि छत्तीसगढ़ क्रिकेट संघ के प्रभतेज सिंह भाटिया को संयुक्त सचिव बनाया गया है। देवजीत साकिया बीसीसीआई सचिव पद पर बने रहेंगे। वहीं, राजीव शुक्ला उपाध्यक्ष बने रहेंगे। शुक्ला पहले ही इस पद पर पांच साल पूरे कर चुके हैं। इसके बाद भी उन्हें एक्सटेंशन मिला है।

आगे क्या होगा रोल

मिथुन मन्हास की नियुक्ति से उम्मीद जताई जा रही है कि बीसीसीआई में खिलाड़ी-केंद्रित नीतियों को और मजबूती मिलेगी और युवा क्रिकेटरों के विकास पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। वहीं, सैकिया ने अपने पुराने कार्यकाल में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए थे और उनकी प्रशासनिक दक्षता की काफी सराहना की जाती है।

नया नेतृत्व, नए अवसर

इस नई टीम के गठन के साथ ही भारतीय क्रिकेट में नई ऊर्जा आने की उम्मीद जताई जा रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि पूर्व खिलाड़ी के नेतृत्व में बोर्ड का दृष्टिकोण और भी खिलाड़ी-केंद्रित और रणनीतिक हो जाएगा। विशेषज्ञों का कहना है कि इस टीम की प्राथमिकताओं में युवा क्रिकेटरों के विकास, घरेलू टूर्नामेंटों की गुणवत्ता बढ़ाना और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भारत की स्थिति मजबूत करना शामिल रहेगा।

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