अब 250 बिस्तर का होगा माधवनगर हॉस्पिटल

By AV NEWS

19 करोड़ 25 लाख का लगा टेंडर, जिला अस्पताल शिफ्ट होने की भी संभावना

अक्षरविश्व न्यूज:उज्जैन। शहर के फ्रीगंज क्षेत्र स्थित माधवनगर हॉस्पिटल सिंहस्थ 2028 से पहले 250 बेड का होगा। इसके लिए 19 करोड़ 25 लाख रुपए का टेंडर लगा दिया गया है। निर्माण एजेंसी तय होने पर इसका काम शुरू किया जाएगा। इससे जिला चिकित्सालय को माधवनगर हॉस्पिटल में शिफ्ट करने की संभावना भी बढ़ गई है।

माधवनगर हॉस्पिटल का विस्तार करने की तैयारी तेज हो गई है। शहर के मध्य फ्रीगंज क्षेत्र में होने से इसकी उपयोगिता बढ़ गई है। सिंहस्थ में आने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते इस हॉस्पिटल का विस्तार किया जा रहा है। वर्तमान में इस हॉस्पिटल में 100 बेड हैं। इनकी संख्या बढ़ाकर 200 करने के लिए योजना तैयार की गई है, जिसे सरकार की हरी झंडी मिल गई है। लोक निर्माण विभाग की पीआईयू ने इसका टेंडर अपलोड कर दिया है। 19.25 करोड़ रुपयों से इसे 200 बेड हॉस्पिटल बनाने का टेंडर भरने के लिए 7 अप्रैल की तारीख तय की गई है।

भवन निर्माण की राह साफ

माधवनगर हॉस्पिटल में 100 नए बेड के लिए निर्माण की राह में अब तक संयुक्त संचालक स्वास्थ्य सेवा कार्यालय बड़ी अड़चन बना हुआ था। यह कार्यालय भी परिसर से शिफ्ट करने की सहमति बन गई है। भवन में तोडफ़ोड़ के लिए प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। इससे भवन विस्तार की राह साफ हो गई है। सूत्रों के अनुसार आने वाले समय में जिला चिकित्सालय को भी इसी अस्पताल में शिफ्ट किया जा सकता है। इसके लिए 300 बेड की सुविधा होना जरूरी है। हालांकि अभी इस पर कोई निर्णय नहीं हो सका है।

सोनोग्राफी मशीन शुरू होने का इंतजार… माधवनगर हॉस्पिटल को शासन से सोनोग्राफी मशीन मिल गई है। इसका इंस्टॉलेशन भी किया जा चुका है। अस्पताल के अधीक्षक डॉ. विक्रम रघुवंशी को इंदौर के एमवाय हॉस्पिटल का अतिरिक्त प्रभार एक माह के लिए मिलने से इसके शुरू होने में समय लग रहा है। हालांकि अस्पताल प्रबंधन जल्द ही यह सुविधा उपलब्ध कराने जा रहा है।

सीएम के निर्देश पर मिली सुविधा

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के निर्देश पर हॉस्पिटल की यह योजना बनाई गई है ताकि आम लोगों को स्वास्थ्य सुविधा आसानी से उपलब्ध हो सके।

तैयारी चल रही

माधवनगर हॉस्पिटल का अपग्रेडेशन 200 बेड में होने की योजना है। इसका ठेका देने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। सोनोग्राफी मशीन जल्द शुरू की जाएगी।-डॉ. विक्रम रघुवंशी, अधीक्षक माधवनगर हॉस्पिटल

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