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प्रदूषण से पोषक तत्व करेंगे फेफड़ों की रक्षा

जब वायु प्रदूषण हमारे शरीर के भीतर पहुंचता है, तो शरीर उसका सामना करने के लिए हिस्टामाइन नाम का एक केमिकल रिलीज करता है। बंद नाक, कफ बनना या फिर लगातार छींक आना आदि प्रदूषण और हिस्टामाइन की प्रतिक्रिया का ही नतीजा है। वायु प्रदूषण के इस नकारात्मक असर से खुद को बचाने के लिए आप मास्क लगाने के अलावा अपने खानपान में भी बदलाव ला सकते हैं।

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खाने में रखें ख्याल

सेब: नियमित रूप से सेब जरूर खाएं। इससे फेफड़े को मजबूती मिलेगी, क्योंकि इसमें क्वेरसेटिन और खेलिन नाम का फ्लेवोनॉइड पाया जाता है, जो बंद नाक और सांस की नली को खोलने में मदद करता है।

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अन्ननास: इसमें ब्रोमोलेन नाम का एक एंजाइम पाया जाता है, जो फेफड़ों को प्राकृतिक रूप से डिटॉक्स करके उसमें प्रदूषण की वजह से गंदगी को हटाने में मदद करता है। आप इसका सेवन करके वायु प्रदूषण के दुष्प्रभाव से अपने फेफड़ों को बचा सकती हैं। आप इससे चाट भी बना सकती हैं। इसके लिए अन्ननास व सेब को छोटे टुकड़ों में काटें। इसमें उबले शकरकंद काटकर मिलाएं। अब इसमें चाट मसाला व नीबू का रस मिलाएं और खाएं। विटामिन-सी से भरपूर यह सलाद प्रदूषण की वजह से फेफड़े को हुए नुकसान को ठीक करता है व शरीर की रोग प्रतिरोधी क्षमता को भी मजबूत बनाता है। या फिर पपीता व अन्ननास का सलाद भी खा सकते हैं। इन दोनों फलों को काटकर एक बर्तन में डालें। उसमें लहसुन की कलियां, नमक, नीबू का रस और काली मिर्च पाउडर मिलाएं और सलाद की तरह खाएं। इससे भी फेफड़े की कार्यक्षमता मजबूत होगी।

लहसुन: लहसुन में एंटी-ऑक्सीडेंट होता है, जो शरीर की रोग प्रतिरोधी क्षमता को मजबूत बनाता है। इसलिए लहसुन का सेवन जरूर करें।

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अदरक: यह प्रदूषण को फेफड़ों तक पहुंचने से रोकता है। दिन में कम-से-कम दो बार अदरक वाली चाय पिएं, कद्दूकस किए अदरक को अपने खाने का हिस्सा बनाएं। जब भी घर से बाहर निकलें, तो अदरक वाली कैंडी चबाएं। केला, अदरक का रस और नारियल पानी से स्मूदी बनाएं और पिएं।

ये भी आजमाएं
शरीर में पोटैशियम की कमी से भी सांस फूलता है। इसलिए डाइट में पोटैशियम से भरपूर खाद्य पदार्थों जैसे केला, नारियल पानी आदि को शामिल करें। जब भी घर से बाहर निकलें तो मुंह में लौंग की एक-दो कलियां रखें और धीरे-धीरे उसे चूसें, चबाएं नहीं। इससे गले व सांस नली में  कफ को तोडऩे में मदद मिलती है और सांस नली में होने वाले इंफेक्शन का खतरा कम होता है। दिन की शुरुआत गुनगुने नीबू पानी से करें। रोजाना एक आंवला खाएं। हरी मिर्च हर बार के खाने के साथ खाएं। दिन में एक बार पपीता स्मूदी पिएं।

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