सुभाष नगर में कुत्तों का आतंक, खौफ में लोग

आने-जाने वाले के पीछे दौड़ रहे, एक रहवासी ने नीलगंगा थाने में दिया आवेदन, सीएम हेल्पलाइन में भी शिकायत…
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अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। शहर में स्ट्रीट डॉग्स का आतंक बढ़ता जा रहा है। यह डॉग्स हमला कर अब तक कई लोगों को अस्पताल पहुंचा चुके हैं तो कुछ मामलों में लोगों की जान तक चली गई है। बावजूद इसके समस्या खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। ऐसा ही एक मामला अब सुभाषनगर से सामने आया है। जहां रहने वाले एक शख्स ने अपने पालतू कुत्ते के साथ ६ स्ट्रीट डॉग पाल रखे हैं जिन्होंने क्षेत्र में आतंक मचा रखा है। इसकी शिकायत उनके पड़ोसी ने गुरुवार को नीलगंगा थाने और सीएम हेल्पलाइन में की है।
शिंदे नर्सिंग होने के पीछे सुभाषनगर में रहने वाले शिकायतकर्ता अनिल कुमार पालडिय़ा ने नीलगंगा पुलिस को दिए आवेदन में बताया कि उनके पड़ोस में रहने वाले सरदार हरिंदर सिंह ने कुत्ता पाल रखा है लेकिन वह उसे बांध कर नहीं रखते। इसके अलावा उनके मकान के समीप खाली पड़े प्लॉट में ६ और स्ट्रीट डॉग पाल रखे हैं। सातों कुत्तों ने कॉलोनी में आतंक मचा रखा है। वह हर आने-जाने पर ना सिर्फ भौंकते हैं बल्कि काटने के लिए दौड़ते हैं। दो दिन पहले दो बच्चों पर इन्होंने हमला किया था जिससे बमुश्किल कॉलोनीवालों ने बचाया। इसके अलावा बुधवार शाम को मेरा बड़ा बेटा पोते रियांश को कोचिंग से लेकर आया था, वह अपनी बाइक खड़ी कर रहा था तभी पड़ोसी हरिंदर सिंह का पालतू कुत्ता रियांश के पास आकर भौंकने लगा जिसे उसकी दादी ने बचाया। कुत्तों के आतंक से मैं और मेरा परिवार डरे हुए हैं। पालडिया ने मामले में कार्रवाई की मांग की है। साथ ही सीएम हेल्पलाइन में भी शिकायत की है।
सीसीटीवी फुटेज भी सामने आए
रहवासी ने पुलिस को सीसीटीवी फुटेज सहित तीन वीडियो सौंपे हैं, इसमें 8 और 12 सेकंड के वीडियो में कुत्ते वाहन चालकों के पीछे दौड़ लगा रहे हैं और 28 सेकंड के सीसीटीवी फुटेज में एक कुत्ता बच्चे की ओर लपकता दिखाई दे रहा है।
पालडिय़ा से हमारा विवाद है जिसकी वजह से दुर्भावनावश उन्होंने शिकायत की है। हमारा कुत्तों से भी कोई लेना-देना नहीं है। आज नगर निगम टीम आई थी और जो कुत्ते लोगों के पीछे दौड़ रहे हैं उन्हें पकडक़र ले गई। हमें कोई आपत्ति नहीं। जो पिल्ले छोटे हैं वह हमारे प्रिमाइसिस में रहते हैं, वह बड़े हो जाएं तो उन्हें भी पकडक़र ले जाएं। मेरा पालतू कुत्ता घर में ही रहता है।
हरिंदर सिंह, पड़ोसी









