सिंहस्थ की योजनाओं पर आज भोपाल में सीएस करेंगे फैसला

By AV NEWS

फ्रीगंज ओवरब्रिज बनाने को 5 कंपनियां तैयार

अक्षरविश्व न्यूज|उज्जैन। सिंहस्थ 2028 की योजनाओं पर आज मुख्य सचिव (सीएस) अनुराग जैन बैठक लेंगे और प्रस्तावित योजनाओं पर निर्णय लेंगे। बैठक में हरिफाटक ब्रिज के नीचे महाकाल लोक तक फोरलेन अंडरपास पर भी निर्णय लिया जा सकता है। बड़ी योजनाएं जून 2027 से पहले पूरी करने को लेकर चिंता भी उठ सकती है। इनमें फ्रीगंज ओवरब्रिज भी शामिल है। इसे बनाने के लिए अभी ठेकेदार कंपनी का चयन होना बाकी है। हालांकि इसके लिए पांच बड़ी कम्पनियां सामने आई हैं।

सिंहस्थ की प्रस्तावित बड़ी योजनाओं पर आज भोपाल में सीएस अनुराग जैन संभागायुक्त संजय गुप्ता, कलेक्टर नीरजकुमार सिंह सहित संबंधित कलेक्टर और प्रमुख सचिव सहित अधिकारियों की बैठक लेकर योजनाओं पर मंथन करेंगे। इसमें हरिफाटक ओवरब्रिज के नीचे से महाकाल लोक तक फोरलेन की योजना पर भी कोई निर्णय लिया जा सकता है। पीडब्ल्यूडी ब्रिज द्वारा इसका सर्वे कर डीपीआर तैयार की गई है। इस पर करीब 50 करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है।

प्रदेश सरकार ने इसके लिए बजट में प्रावधान भी किया है लेकिन बैठक में इस मुद्दे पर चर्चा हो सकती है कि फोरलेन की राह में आ रहे मकानों, होटलों और दुकानों को हटाने में क्या परेशानियां आ सकती हैं। समय सीमा में काम किया जा सकता है या नहीं। सिंहस्थ क्षेत्र की अन्य सडक़ों के प्रस्ताव भी इसमें पास किए जाएंगे। इंदौर जिले में शिप्रा शुद्धिकरण के लिए 12 से अधिक एसटीपी प्लांट और सीवरेज लाइन के कार्यों, सुपर कॉरिडोर से उज्जैन को जोडऩे वाले एमआर 5 पर विकास कार्य पर भी अनुशंसा की जा सकती है। एम आर 10 पर नए आरओबी निर्माण को लेकर भी फैसला लिया जा सकता है।

फ्रीगंज ओवरब्रिज अब टेंडर फाइनल होने की उम्मीद

फ्रीगंज में नया फोरलेन ओवरब्रिज बनाने के लिए अभी किसी कंपनी को ठेका देने की तैयारी ही चल रही है। कार्यपालन यंत्री पीएस पंत के अनुसार इसके लिए पांच कंस्ट्रक्शन कंपनी के टेंडर टेक्निकल बीड के तहत खोले गए हैं। फाइनेंशियल बीड होना बाकी है। आज या कल तक किसी एक टेंडर को हरी झंडी मिल सकती है।

इसके बाद एग्रीमेंट और वर्क ऑर्डर की प्रक्रिया में समय लगेगा। इस कारण काम शुरू होने में अभी और समय लग सकता है। सिंहस्थ की दृष्टि से यह ओवरब्रिज जरूरी है और 2022 में राज्य सरकार से स्वीकृति मिलने के बाद भी अब तक काम ही शुरू नहीं हो सका है।

Share This Article