पीएम मोदी ने सोमवार को कश्मीर में जेड मोड़ टनल का उद्घाटन किया है. इस मौके पर उनके साथ जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला भी मौजूद रहे. बता दें कि इस सुरंग के बनने के बाद लद्दाख आना-जाना लोगों के लिए पहले से आसान हो जाएगा. साथ ही भारतीय सेना के लिए भी ये सुरंग बेहद फायदेमंद होगी.
इस मौके पर पीएम मोदी ने जनता को भी संबोधित किया. पीएम मोदी ने कहा, “जिन श्रमिक भाइयों ने कठिन से कठिन परिस्थितियों में काम किया. अपने जीवन को भी संकट में डालकर काम किया. उन्होंने अपनी जान गवाई लेकिन हम अपने संकल्प पर अठिग रहे, मेरे श्रमिक साथी अठिग रहे. किसी ने भी घर वापस जाने के लिए नहीं कहा. मेरे श्रमिक साथियों ने हर चुनौती को पार करते हुए इस काम को पूरा किया है और जिन 7 साथियों को हमने खोया है, मैं आज उनका पूर्ण समर्पण करता हूं”.
पीएम मोदी ने कहा, “ये मौसम, ये बर्फ, ये बर्फ की सफेद चादर से ढकी खूबसूरत पहाड़ियों को देखकर दिल खुश हो जाता है. दो दिन पहले हमारे मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया पर यहां कि कुछ तस्वीरें शेयर की थीं. उन तस्वीरों को देखने के बाद यहां आपके बीच आने के लिए मेरी बेसब्री और बढ़ गई थी और जैसा अभी मुख्यमंत्री जी ने बताया कि मेरा कितने लंबे कालखंड से आप सबसे नाता रहा है और यहां आता हूं तो बरसो पहले के दिन याद आ जाते हैं और जब मैं बीजेपी के संगठन के कार्यकर्ता के रूप में काम करता था, तब अक्सर यहां आना होता था”.
उन्होंने कहा, “इस एरिया में मैंने काफी समय बिताया है. सोनमर्ग हो, गुलमर्ग हो, गांदरबल में, बारामुल्ला… सब जगह हम घंटों-घंटो कई-कई किलोमीटर पैदल सफर किया करते थे और तब भी बहुत बर्फबारी हुआ करती थी लेकिन जम्मू-कश्मीर के लोगों की गर्मजोशी ऐसी है कि ठंडक का एहसास नहीं होता था. आज का दिन बहुत ही खास है. आज देश के हर कोने में उत्सव का माहौल है. आज से ही प्रयागराज में महाकुंभ का आरंभ हुआ है.
करोड़ों लोग वहां पवित्र स्नान के लिए उमड़ रहे हैं. आज पंजाब समेत पूरा उत्तर भारत लोहड़ी की उमंग से भरा है. यह समय उत्तरायण, पोंगल जैसे कई त्योहारों का है. मैं देश और दुनिया में इन त्योहारों को मना रहे सभी लोगों के मंगल की कामना करता हूं. साल का यह समय वादियों में चिल्लई कला का होता है.
40 दिनों के इस मौसम का आप डट कर मुकाबला करते हैं और इसका एक और पक्ष है – ये मौसम सोनमर्ग जैसे टूरिस्ट प्लेस के लिए, देशभर से सैलानी के लिए आकर्षण का केंद्र रहता है. कश्मीर की वादियों में आकर वो लोग आपकी महमाननवाजी का भरपूर आनंद ले रहे हैं. साथियों आज मैं बड़ी सौगात लेकर एक सेवक के रूप में आपके बीच आया हूं”.