रिवाल्वर लेकर भागा है दानिश, आसिफ को भी हो सकता है खतरा
अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। गुड्डू कलीम की हत्या की अधूरी सुलझी गुत्थी का मुख्य आरोपी दानिश रिवाल्वर सहित फरार है। सोहराब भी अभी पकड़ में नहीं आया है। हत्याकांड की मुख्य वजह बने आसिफ की जान को भी खतरा है। पुलिस की दो टीमें फरार आरोपियों की गिरफ़्तारी के लिए दबिश दे रही है। हत्या की गुत्थी अभी तक पूरी तरह नहीं सुलझ सकी है। कई पेंच हैं और सवाल हैं जिनके जवाब हवा में लटक रहे हैं।
सिरदर्द बना है दानिश
पुलिस के लिए हत्याकांड का मुख्य आरोपी गुड्डू कलीम का बेटा दानिश सिरद र्द बना हुआ है। हत्या के बाद से ही वह सोहराब के साथ फरार है। नीलगंगा थाना प्रभारी विवेक कनोडिया का कहना है कि इन दोनों की गिरफ्तारी के लिए दो टीमें बनाई गई हैं। अब तब दानिश के ननिहाल इंदौर के आजाद नगर और सोहराब के ददिहाल पासलोद में दबिश दी गई है। परिजनों से पूछताछ भी की गई, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली है।
कोई है जो मदद कर रहा है दानिश की
कलीम की हत्या और दानिश की फरारी को लेकर क्षेत्र में कई चर्चाएं हैं। चर्चा यह भी है कि कोई है जो दानिश की मदद कर रहा है। पुलिस ने अपने मुखबिर तैनात कर दिए हैं। एसपी प्रदीप शर्मा ने सादी वर्दी वाले पुलिसकर्मियों को वजीर पार्क और आसपास के इलाकों में तैनात किया है। पता लगाया जा रहा है कि इस हत्याकांड के पीछे और कौन-कौन हैं जो पाश्र्व में हैं।
भाई का जेल में इंतकाल हो गया था
पुलिस सूत्रों का कहना है कि अपने भाई सलीम की हत्या का बदला लेने के लिए कलीम ने आपने भाई रशीद के साथ डाकू खडग़ सिंह को मौत के घाट उतारा था। हत्याकांड के बाद दोनों पक्षों में समझौता हुआ। सुगनबाई (खडग़ सिंह की पत्नी) की तरफ से कलीम का नाम हटा लिया गया। रशीद को सजा हो गई। बताते हैं कि बीमारी के चलते जेल में रशीद का इंतकाल हो गया था।
जमीनों का बड़ा सौदागर
गुड्डू कलीम के बारे में बताया जाता है कि खडग़ सिंह हत्याकांड से बरी होने के बाद उसने सलीम और रशीद की संपत्ति को आगे बढ़ाया। बजाय कोई व्यापार शुरू करने के, उसने जमीन के सौदे बहुत किए। कलीम को पता था कि आने वाले समय में जमीनों के भाव बेतहाशा बढऩे वाले हैं, इसलिए करोड़ों की जमीनें खरीदीं। होटल प्रेसिडेंट बाद में बनाई।
उन जमीनों का क्या जो
कलीम के नजदीकियों का कहना है उसने कुछ जमीनों के सौदे अपने नाम किए। कुछ परिवार के लोगों के नाम पर किए। कुछ सौदे ऐसे थे जिनका परिवार से कोई लेना-देना नहीं है। यह वे लोग हैं जो कलीम के अति विश्वसनीय हैं। इन्हीं के नाम से जमीनें ली गई हैं। पुलिस की अधूरी कहानी में कई तथ्यों और किरदारों का खुलासा होना है। एक चर्चित हत्याकांड का जिस तरह खुलासा होता है उस तरीके इस कांड का खुलासा नहीं हुआ है। यह अलग बात है कि पुलिस कप्तान ने तीस हजार के पुरस्कार की घोषणा कर दी थी।
इमरान कल तक रिमांड पर
कलीम की हत्या और हत्या के प्रयास। यह दो मामले हैं। हत्याकांड में इमरान को रिमांड पर लिया गया है। पुलिस सूत्रों की मानें तो उसने अभी तक कोई विशेष जानकारी नहीं दी है। जिस रिवाल्वर से फायर किए गए थे वह बरामद होना बाकी है। नीलोफर, आसिफ और जावेद को कल ही जेल भेज दिया गया। एक दिन की रिमांड भी शहर में चर्चा का विषय बनी हुई है। पुलिस को क्या-क्या बताया गया, पुलिस नेे इसका खुलासा नहीं किया है।