सिंहस्थ के लिए योजना को मिली हरी झंडी, बन रहा एस्टीमेट
अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। सिंहस्थ 2028 से पहले सिद्धवट और अंगारेश्वर मंदिर को जोडऩे के लिए शिप्रा नदी पर ब्रिज बनाने की योजना को लोक निर्माण विभाग की हरी झंडी मिल गई है। अब इसका एस्टीमेट तैयार हो रहा है। ब्रिज बनने से श्रद्धालुओं को मंदिरों तक पहुंचने के लिए लंबा चक्कर लगाना नहीं पड़ेगा।
प्रशासन ने अंगारेश्वर मंदिर को सिद्धवट मंदिर से जोडऩे के लिए 12 मीटर चौड़ा ब्रिज बनाने की योजना के लिए खर्च का अनुमान लगाने की तैयारी शुरू कर दी है। विभाग के पास इसका प्रस्ताव भेजा गया था। इस पर जीएडी (जनरल अरेंजमेंट डिजाइन) की मंजूरी दे दी गई है। दोनों मंदिरों के बीच करीब सौ मीटर लंबा ब्रिज बनाया जाएगा। यह टू लेन होगा। इससे श्रद्धालु अंगारेश्वर मंदिर से सीधे सिद्धवट मंदिर तक पहुंच सकेंगे। ब्रिज निर्माण के लिए टेंडर की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। अब केवल सरकार से इसकी मंजूरी मिलना बाकी है।
मुख्यमंत्री का ड्रीम प्रोजेक्ट
सिद्धवट और अंगारेश्वर मंदिर के बीच ब्रिज निर्माण सीएम डॉ. यादव का ड्रीम प्रोजेक्ट है। पिछले सिंहस्थ में भी डॉ. यादव ने ब्रिज निर्माण पर जोर दिया था, लेकिन इसे सिंहस्थ योजना में शामिल नहीं किया जा सका था। इस बार मंजूरी मिलने की पूरी संभावना है।
प्रोजेक्ट स्वीकृति के लिए भेज चुके
सिद्धवट और अंगारेश्वर मंदिर के बीच ब्रिज निर्माण के लिए सरकार को प्रोजेक्ट भेजा जा चुका है। अन्य प्रक्रियाएं भी पूरी की जा रही।
पीएस पंत, कार्यपालन यंत्री, लोक निर्माण विभाग सेतु