मिश्रा बोले… बड़े पापा की तबीयत बिगड़ी तो पैतृक गांव आ गया
मीडिया में आई बातें भ्रामक और तथ्यहीन, बाबा महाकाल का आशीर्वाद है मेरे साथ
अक्षरविश्व न्यूज|उज्जैन। कोतवाली सीएसपी बिना पूर्व सूचना के अचानक कहीं चले गए। अफसरों ने उनके परिवार से संपर्क किया। मोबाइल भी बंद था। दो दिन बीत गए पता नहीं चला। मीडिया में उनकी पत्नी के बीमार होने, भाई-बहन को मैसेज करने और फिर पारिवारिक विवाद सामने आया। मीडिया में यह भी सामने आया कि वह प्रयागराज गए हैं।
उनका पत्नी से विवाद चल रहा है। उन्होंने पुलिस अधीक्षक को लिखे पत्र में आत्महत्या जैसी बातें भी लिखी हैं। इस बीच पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा ने अक्षरविश्व को बताया था कि वह तीन दिन का अवकाश लेकर गए हैं। शुक्रवार को सीएसपी ओमप्रकाश मिश्रा ने चर्चा में पूरे मामले का पटाक्षेप कर दिया और मीडिया में चल रही खबरों को असत्य व भ्रामक बताया।
अचानक कहां लापता हो गए थे
बड़े पापा जो कि पैतृक गांव सागर के पास तिबणा में रहते हैं। उन्हें पैरेलिसिस का अटैक आया था। अचानक आना पड़ा। अवकाश की सूचना एसपी को दे दी थी।
मीडिया में लापता होने की खबरें चल रही हैं
सभी प्रकार की खबरें भ्रामक व असत्य हैं। परिवार के सभी लोग साथ हैं। बड़े पापा की अचानक तबीयत बिगड़ने और मम्मी का स्वास्थ्य भी ठीक नहीं रहने के कारण घर आया हूं। मीडिया में भाई बहन को मैसेज करने, प्रयागराज जाने, पत्नी से विवाद और आत्महत्या करने जैसी बातों वाले पत्र की जानकारी पूरी तरह असत्य है।
कब से अवकाश पर नहीं गए थे
मैंने 8 माह से छुट्टी नहीं ली थी। शासन और जनता की सेवा के साथ ही परिवार की जिम्मेदारी भी होती है। मेरे बड़े पापा ने पिता तुल्य पालन पोषण कर हमें इस लायक बनाया। उनकी तबीयत खराब होने पर सेवा के लिए उपस्थित होना मेरा फर्ज है। इसलिए सूचना मिलते ही काम छोड़कर उनके पास आया हूं।
कब करेंगे ड्यूटी ज्वॉइन
मैं सकुशल हूं। अपने पैतृक गांव सागर तहसील के पास तिबणा में हूं। बाबा महाकाल का आशीर्वाद, शासन व नगरवासियों की सेवा का अवसर मिला है। दो-तीन दिन में उज्जैन लौटकर ड्यूटी ज्वाइन करूंगा। मीडिया में चल रही भ्रामक खबरों के लिए प्रेस कांफ्रेंस भी करूंगा।
एसपी को पत्र लिखा व मैसेज किया था?
यह बात भी मनगढ़ंत है। अवकाश लेकर गांव आया। उसके बाद न एसपी को पत्र लिखा और न ही किसी को मैसेज किया था। मीडिया में मेरे लापता होने की खबरें सामने आने के बाद उज्जैन से अलग-अलग वर्ग के लोगों ने मोबाइल पर संपर्क कर चिंता प्रकट की थी। उन्हें शीघ्र वापस लौटने का आश्वासन दिया है। हालांकि मीडिया की खबरों से परिवार, मित्र चिंतित हो गए थे उनके लगातार फोन आ रहे हैं।