अनूठा होगा सिक्स लेन, जीवंत होगा कृष्ण काल

By AV NEWS 1

इंदौर से प्रवेश करते ही उज्जैन तक महाकाल भक्ति के दिखेंगे प्रतीक चिह्न

राष्ट्रपति मुर्मू द्वारा भूमिपूजन के साथ काम शुरू, बन रही नई योजना

अक्षरविश्व न्यूज:उज्जैन। राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मु द्वारा भूमिपूजन कर शुरू किया गया उज्जैन_ इंदौर सिक्स लेन रोड देश का अनूठा होगा। इसके मार्ग में भगवान श्रीकृष्ण के काल का इतिहास लिखा जाएगा तो भगवान महाकाल की भक्ति से जुड़े प्रतीक चिह्नों का समागम भी देखने को मिलेगा। एमपीआरडीसी ने इसके लिए योजना तैयार करना शुरू कर दी है।

उज्जैन से इंदौर तक बनने वाला करीब 47 किलोमीटर लंबा सिक्स लेन आगामी डेढ़ साल में बनाने का टारगेट तय किया गया है। गुरुवार को राज्यपाल मंगुभाई पटेल और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की उपस्थिति में राष्ट्रपति मुर्मू ने रिमोट बटन दबाकर निर्माण कार्य का भूमिपूजन कर काम शुरू करा दिया। इसके साथ ही उदयपुर की कंपनी रवि इंफ्राबिल्ड ने काम शुरू कर दिया है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव की पहल पर इस सिक्स लेन को देश का आदर्श सिक्स लेन बनाने की योजना एमपीआरडीसी ने बनानी शुरू कर दी है।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार भूमिपूजन समारोह के दौरान मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि मार्ग में भगवान कृष्ण से जुड़े इतिहास को भी प्रदर्शित किया जाए। साथ ही भगवान महाकाल की नगरी में प्रवेश करने का अनुभव भी देश भर से आने वाले दर्शनार्थियों को हो सके। इसके लिए श्री कृष्ण काल के दुर्लभ प्रसंगों और इतिहास को ढूंढा जा रहा है।

देश से आने वाले लोग सफर के दौरान ही कृष्ण भगवान के समय के इतिहास को जान सकेंगे। इससे यह सिक्स लेन श्रीकृष्ण गमन पथ का हिस्सा भी बन सकेगा। महाकाल भक्ति से जुड़े प्रतीक चिह्न और इतिहास को भी खूबसूरती के साथ प्रदर्शित किया जाएगा। जल्द ही एमपीआरडीसी इस योजना को तैयार कर अंतिम रूप देगा ताकि सिक्स लेन शुरू होते ही एक अनूठा रूप दिया जा सके।

साकार होगी श्रीकृष्ण गमन पथ योजना

मप्र और राजस्थान सरकार ने श्रीकृष्ण गमन पथ बनाने की योजना बनाई है। इसे लेकर दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों के बीच सहमति बन गई है। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर उज्जैन आए राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा भी सहमति दे चुके हैं। योजना के तहत मध्यप्रदेश, राजस्थान और उत्तरप्रदेश के मथुरा से उज्जैन तक सात मंदिरों को जोड़ा जाएगा और श्रीकृष्ण गमन पथ बनाया जाएगा।

भगवान कृष्ण उज्जैन शिक्षा ग्रहण करने जिन जिन स्थान से आए थे, ऐसे पौराणिक स्थलों को विकसित करने का काम दोनों सरकारें करेंगी। इन मंदिरों में श्री गोकुल चंद्रमा जी कामा जिला डीग, श्री मदन मोहन जी कामां जिला डीग, श्री बिहारी जी भरतपुर, श्री मदन मोहन जी करौली, श्री चारभुजा जी बूंदी, श्री मथुराधीश जी कोटा, श्री द्वरकाधीश जी झालावाड़ और उज्जैन का सांदीपनी आश्रम व नारायणाधाम शामिल है।

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