अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। कालिदास संस्कृत अकादमी मध्यप्रदेश संस्कृति परिषद् द्वारा आयोजित 66वें अंतरराष्ट्रीय कालिदास समारोह का पूर्वरंग इस बार अनूठा होगा। इसके अंतर्गत महाकवि कालिदास की आराध्या गढक़ालिका पर पहली बार 121 छात्राओं सहित लगभग 500 विद्यालयीन छात्र-छात्राएं ‘श्यामलादण्डकम्’ स्तोत्र का सामूहिक पाठ करेंगे। स्कूल शिक्षा विभाग के साथ समन्वय करते हुए संस्कृत शिक्षकों के सहयोग से यह अभिनव आयोजन किया जा रहा है।
अकादमी के निदेशक डॉ. गोविन्द गंधे ने बताया कि कालिदास समारोह में परम्परानुसार प्रथम दिवस पर वागर्चन विधि सम्पन्न होती है। इस विधि में संस्कृत के विद्वान, शिक्षक उपस्थित रहते थे तथा विधि विधान से स्तोत्रपाठ एवं पूजन का कार्य सम्पन्न किया जाता था, किन्तु इस वर्ष शहर के संस्कृत शिक्षकों विशेषकर विद्यालयों के छात्रों को इसमें जोडऩे का प्रयास किया जा रहा है। छात्रों के लिये विशेष प्रशिक्षण की भी व्यवस्था विद्यालयों के माध्यम से की गई है।