बच्चे के दिमाग के लिए दुश्मन हैं ये आदतें

हर मां-बाप चाहते हैं कि उनका बच्चा तेज दिमाग वाला, समझदार और आत्मविश्वासी बने. लेकिन कई बार जाने-अनजाने में पैरेंट्स (Parents) ही कुछ ऐसी आदतें बच्चों में ड़ाल देते हैं जो उनके मानसिक विकास को नुकसान पहुंचा सकती हैं. कुछ छोटी-छोटी बातें बच्चे के दिमाग पर गहरा असर डाल सकती हैं. आइए जानते हैं साइकोलॉजिस्ट (Psychologist) के अनुसार ऐसी कौन-सी आदतें हैं जो बच्चों की मेंटल हेल्थ और सोचने-समझने की क्षमता को प्रभावित कर सकती हैं. इसके साथ ही आपकी कुछ छोटी सी गलतियां बच्चे के लिए दुश्मन साबित हो सकती है.
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ज्यादा मीठा खाना
साइकोलॉजिस्ट के अनुसार बच्चों को मीठा खाना पसंद होता है, लेकिन जरूरत से ज्यादा अगर बच्चे चीनी का सेवन करते हैं ये तो बच्चों के दिमांग पर खराब असर डालता है. जिससे बच्चे को चिड़चिड़ापन और ध्यान की कमी जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है.
बहुत ज्यादा स्क्रीन टाइम
आजकल के बच्चे दिनभर फोन में लगे रहते हैं अगर आपका बच्चा भी कुछ ऐसा कर रहा है तो ये उसके दिमाग के विकास में रुकावट डाल सकता है. इससे सोचने-समझने की क्षमता कमजोर हो सकती है और नींद (Sleep) पर भी असर पड़ सकता है.
बार-बार डांटना या चिल्लाना
साइकोलॉजिस्ट के मुताबिक अगर पैरेंट्स अपने बच्चे पर हर बात पर चिल्लाते (Shouting) हैं तो इससे बच्चा डरपोक या भीतर से असुरक्षित महसूस करने लगता है ये आदत बच्चे के आत्मविश्वास और मानसिक संतुलन पर बुरा असर डाल सकती है. प्यार और समझदारी से बात करना ज्यादा असरदार होता है.
बाहरी खेलकूद से दूरी
खेलकूद सिर्फ शारीरिक नहीं, बल्कि मानसिक विकास के लिए भी जरूरी है. आजकल पैरेंटस बच्चों को बाहर ही नहीं जानें देते है. अगर बच्चा घर में ही बंद रहता है तो उसकी मानसिक ग्रोथ धीमी हो सकती है इसलिए बच्चे को कुछ देर बाहर खेलने को ले जाएं
देर से सोने की आदत
साइकोलॉजिस्ट का मानना है कि ऐसे बहुत से बच्चे हैं जो देर से सोते हैं जो कि उनकी सेहत औ दिमाग के लिए बिलकुल सही नहीं है. अगर आपका बच्चा भी देर से सोता है तो आज से ही जल्दी सुलाने की कोशिश करें.