गुड़ी पड़वा को रामघाट पर होगें 25 लाख दीपक प्रज्जवलित

शिव पर केंद्रित नृत्य नाटिका, पौराणिक फिल्मों का अन्तरराष्ट्रीय महोत्सव
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विक्रमोत्सव : 1 मार्च से 9 अप्रैल तक विभिन्न कार्यक्रम होंगे, उज्जयिनी गौरव दिवस पर गायक जुबीन नोटियाल की प्रस्तुति
अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन विक्रमोत्सव का आयोजन 1 मार्च से 9 अप्रैल तक किया जाएगा। इसमें शिव पर केंद्रित नृत्य नाटिका, पौराणिक फिल्मों के अंतरराष्ट्रीय महोत्सव के साथ अनेक आयोजन किए जाएंगे। गुड़ी पड़वा को शिव ज्योति अर्पणम में रामघाट पर 25 लाख दीपक जलाये जाएंगे।
विक्रमोत्सव 2024 के लिए कार्यक्रमों का निर्धारण कर दिया गया है। इस क्रम में बुधवार को वृहद् बैठक का आयोजन किया गया। इसमें बताया गया कि १ मार्च से 9 अप्रैल तक उज्जैन जिले में विक्रमोत्सव का आयोजन किया जाएगा। 8 मार्च को फिल्म अभिनेत्री, नृत्यांगना हेमा मालिनी द्वारा शिव पर केंद्रित नृत्य नाटिका की प्रस्तुति दशहरा मैदान पर की जाएगी।
1 से 6 अप्रैल तक त्रिवेणी सभागार एवं विक्रम कीर्ति मंदिर में पौराणिक फिल्मों का अंतरराष्ट्रीय महोत्सव भी आयोजित किया जाएगा। इसमें एशिया, दक्षिण अमेरिका, अफ्रीकी देशों की पौराणिक फिल्मों का प्रदर्शन किया जाएगा। इस बार विक्रमोत्सव में पश्चिम बंगाल का प्रसिद्ध पुरलिया छाऊ नृत्य एवं मप्र की प्रसिद्ध गोंड टाट्या नृत्य की प्रस्तुति भी की जाएगी। विक्रमोत्सव में कृष्ण एवं भगवान श्रीराम पर आधारित नाटक का भी प्रस्तुतीकरण होगा। सांदीपनि वेदविद्या प्रतिष्ठान में वेद अंताक्षरी का भी आयोजन किया जाएगा। 9 अप्रैल को गुड़ी पड़वा पर महाकाल शिव ज्योति अर्पणम कार्यक्रम के तहत रामघाट पर 25 लाख दीपक जलाये जाएंगे। विक्रमोत्सव के कार्यक्रम को अंतिम रूप देने के लिए संभागायुक्त डॉ. संजय गोयल की अध्यक्षता में विक्रमोत्सव समिति की बैठक हुई।
अभा वेद सम्मेलन का आयोजन
अभा वेद सम्मेलन का आयोजन 7 से 8 अप्रैल तक महर्षि सांदीपनि वेदविद्या प्रतिष्ठान में किया जाएगा। इसके अलावा बोलियों पर आधारित कवि सम्मेलन आयोजित होगा। 8 अप्रैल को कवि सम्मेलन का आयोजन घंटाघर चौराहा पर होगा। 9 अप्रैल को गुड़ी पड़वा पर सूर्योपासना एवं महाकाल शिवज्योति अर्पणम कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इसमें रामघाट पर इस वर्ष 25 लाख दीपक जलाये जाएंगे। 9 अप्रैल को उज्जयिनी गौरव दिवस का भी आयोजन किया जाएगा। इस अवसर पर प्रसिद्ध गायक जुबीन नोटियाल एवं उनके दल द्वारा प्रस्तुति दी जाएगी।
श्री कृष्ण लीला नृत्य पर लोककला का प्रदर्शन
कालिदास अकादमी परिसर में 11 मार्च को श्रीकृष्ण लीला नृत्य पर आधारित लोककला का प्रदर्शन होगा। कालिदास अकादमी में श्रीकृष्ण पर आधारित प्रदर्शनी एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम, भक्ति गायन की प्रस्तुति होगी। उड़ीसा राज्य का प्रसिद्ध गोटीपुआ नृत्य, जो भगवान श्रीकृष्ण पर आधारित है, की प्रस्तुति होगी। आसाम का सत्रिया रास एवं उज्जैन के कलाकारों द्वारा श्रीकृष्ण नृत्य नाट्य की प्रस्तुति दी जाएगी। 12 मार्च को कुचिपुड़ी नृत्य, झारखंड का छाऊ नृत्य, उत्तर प्रदेश का होली मयूर एवं चरखुला नृत्य की प्रस्तुति होगी। 13 मार्च को श्रीकृष्ण पर आधारित भक्ति गायन, महारास, यक्षगान, मयूरभंज का छाऊ नृत्य, कथक नृत्य की प्रस्तुति होगी।
14 मार्च को बांसुरी वादन, अहिराई लाठी नृत्य एवं श्री जगन्नाथ प्राकट्य लीला की प्रस्तुति दी जाएगी। 15 मार्च को टीकम जोशी द्वारा श्रीकृष्ण पर आधारित कार्यक्रम की प्रस्तुति दी जाएगी। 16 मार्च को पिया सांवरे, 17 मार्च को कृष्णायन, 15 से 17 मार्च तक कालिदास अकादमी संकुल में अंतरराष्ट्रीय इतिहास समागम, 18 से 19 मार्च तक विक्रम कीर्ति मंदिर एवं डोंगला में राष्ट्रीय विज्ञान समागम, 19 से 22 मार्च तक त्रिवेणी संग्रहालय में भक्ति संगीत के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
विक्रम नाट्य समारोह के 1 से 7 अप्रैल तक अंतर्गत कर्ण, अंधायुग, अवंतिशौर्य, हमारे राम, चाणक्य, रानी दुर्गावती, रानी अवंतिकाबाई पर आधारित नाट्य का प्रदर्शन होगा। रामायण एवं महाभारत पर आधारित प्रस्तुति में पहली बार बाली इंडोनेशिया, वियतनाम, कंबोडिया, लाओस, श्रीलंका, थाईलेंड, फीजी मलेशिया, म्यांमार आदि से कलाकारों को प्रस्तुति देने के लिए आमंत्रित किया गया है। इरान, इराक, अफगानिस्तान एवं बांग्लादेश से भी पारंपरिक नृत्य की प्रस्तुति देने के लिये संस्कृति विभाग के माध्यम से वहां के कलाकारों के लिए अनुरोध भिजवाया गया है।
विक्रम व्यापार उद्योग मेले का आयोजन किया जाएगा
विक्रमोत्सव के दौरान ही विक्रम व्यापार उद्योग मेले का आयोजन भी किया जाएगा। यह मेला भी एक माह तक लगेगा। ग्वालियर व्यापार मेला की तरह ही विक्रम व्यापार उद्योग मेले को रूप प्रदान किया जाएगा। व्यापार मेले के लिए जमीन का चिन्हांकन किया जा रहा है। कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने बताया कि उद्योग विभाग एवं एमएसएमई विभाग के अधिकारियों के समन्वय से मेले का आयोजन किया जाएगा।
सांसद अनिल फिरोजिया ने सुझाव दिया कि शिप्रा क्रिकेट अकादमी में मेले का आयोजन किया जाए। कालिदास अकादमी में हैंडीक्राफ्ट एवं हैंडलूम की दुकानें लगाई जाए। हथकरघा उद्योग को भी प्रोत्साहन देते हुए भैरवगढ़ प्रिंट, चंदेरी एवं महेश्वरी साड़ी को भी जगह मिले। विधायक अनिल जैन कालूहेड़ा ने कहा कि उज्जैन सीएम सिटी के रूप में जानी जाती है।
अत: मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप ऑटो मोबाइल और अन्य प्रोडक्ट की भी प्रदर्शनी लगाई जाए। नगर निगम अध्यक्ष कलावती यादव ने कहा कि व्यापार मेले में आने वाले व्यापारियों की सूची बनाकर दुकानों का आवंटन ऑनलाइन ही किया जाए। बैठक में महापौर मुकेश टटवाल, पुलिस महानिरीक्षक संतोष कुमार सिंह, कलेक्टर नीरज सिंह, पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा, विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति अखिलेश कुमार पाण्डे, मौजूद थे। संभागायुक्त डॉ. गोयल ने निर्देश दिए कि विक्रमोत्सव के सफल आयोजन के लिए सभी संबंधित विभाग अपना अभूतपूर्व सहयोग प्रदान करेंगे।
कार्यक्रम शुभारंभ से पहले कलश यात्रा निकालेगी
1 मार्च को कार्यक्रम शुभारंभ से पहले कलश यात्रा निकाली जाएगी। विक्रम व्यापार उद्योग मेला लोकरंग का आयोजन किया जाएगा। इसी दिन वैदिक घड़ी एवं विक्रम पंचांग का लोकार्पण भी किया जाएगा। महादेव मूर्तिकला की कार्यशाला का भी आयोजन किया जाएगा। महादेव मूर्तिकला कार्यशाला को स्थाई रखने का प्रयास किया जाएगा।
1 मार्च को सम्राट विक्रमादित्य अलंकरण समारोह भी आयोजित किया जाएगा। 6 मार्च को बिड़ला भवन में आर्ष भारत, पुनर्नवा उज्जयिनी एवं विक्रमकालीन मुद्रा एवं मुद्रांक पर आधारित प्रदर्शनी लगाई जाएगी। चौरासी महादेव प्रदर्शनी एवं रामायण पर केंद्रित नृत्य नाटिका की भी प्रस्तुति की जाएगी। महाकाल मंदिर प्रबंध समिति के सहयोग से मंदिरों में प्रभु श्रृंगार प्रतियोगिता भी आयोजित होगी।









